सितंबर में लिपिक संवर्ग की परीक्षा, फिर दारोगा-सिपाही भर्ती
फिलहाल भर्ती बोर्ड की प्राथमिकता उपनिरीक्षक लिपिक संवर्ग, सहायक उपनिरीक्षक (लिपिक/लेखा) और उपनिरीक्षक (गोपनीय) की भर्ती परीक्षा आयोजित कराना है। यह परीक्षा सितंबर के दूसरे सप्ताह में आयोजित किए जाने की योजना है। इसके लिए परीक्षा एजेंसी के चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। एजेंसी तय होते ही परीक्षा की अधिकृत तिथि की घोषणा कर दी जाएगी। इस परीक्षा के अंतर्गत कुल 931 पदों पर भर्ती की जाएगी। इनमें उपनिरीक्षक गोपनीय, सहायक उपनिरीक्षक लिपिक व सहायक उपनिरीक्षक लेखा के पद शामिल हैं।
दारोगा के 4,534 और सिपाही के 22,000+ पदों पर भर्ती की तैयारी
इसके बाद बोर्ड की योजना है कि उपनिरीक्षक (SI) के 4,534 पदों और आरक्षी (Constable) के 22,000 से अधिक पदों पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जाए। सूत्रों के अनुसार, उपनिरीक्षक भर्ती का अधियाचन (requisition) बोर्ड को पहले ही मिल चुका है, और जल्द ही इन पदों पर आवेदन प्रक्रिया की घोषणा की जा सकती है। SI के 4,534 पदों का विवरण निम्न प्रकार है
- उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस : 4,242 पद
- उपनिरीक्षक नागरिक पुलिस (महिला) पीएसी : 106 पद
- प्लाटून कमांडर/उपनिरीक्षक सशस्त्र पुलिस : 135 पद
- उपनिरीक्षक/प्लाटून कमांडर, विशेष सुरक्षा बल : 60 पद
- सिपाही भर्ती की संख्या 22,000+ बताई जा रही है, जो कि इस साल की दूसरी बड़ी भर्ती मानी जा रही है।
60,244 आरक्षियों का प्रशिक्षण शुरू
पिछले महीने संपन्न हुई राज्य की अब तक की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती, जिसमें 60,244 आरक्षियों का चयन हुआ था, उन सभी का प्रशिक्षण प्रक्रिया अब प्रारंभ हो चुका है। यह प्रशिक्षण विभिन्न पुलिस प्रशिक्षण केंद्रों में संचालित हो रहा है। बोर्ड की रणनीति यह है कि नई भर्ती इस तरह की जाए कि नए चयनित अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण केंद्रों की उपलब्धता के इंतज़ार में समय न गंवाना पड़े।
पिछले आठ वर्षों में 2.18 लाख से अधिक भर्तियां
- उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार, पिछले 8 वर्षों में कुल 2,18,262 पदों पर नियुक्तियां की जा चुकी हैं। इनमें शामिल हैं:
- उपनिरीक्षक: 9,534 पद
- महिला पुलिसकर्मी: 35,247
- लिपिक संवर्ग, बंदी रक्षक, फायरमैन, कंप्यूटर ऑपरेटर, आरक्षी घुड़सवार आदि पदों पर भी भर्ती हो चुकी है।
- इससे स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार पुलिस बल के सशक्तिकरण और युवाओं को रोजगार देने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और टेक्नोलॉजी का बढ़ता उपयोग
भर्ती बोर्ड इस बार भर्ती प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और डिजिटल बनाने पर जोर दे रहा है। परीक्षा प्रक्रिया के डिजिटलीकरण, बायोमेट्रिक अटेंडेंस, सीसीटीवी निगरानी और सख्त नियमों के तहत परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी ताकि नकल माफिया और धोखाधड़ी जैसी घटनाओं पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।
अभ्यर्थियों के लिए सुनहरा अवसर
उत्तर प्रदेश पुलिस में नौकरी की चाह रखने वाले युवाओं के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण और निर्णायक साबित हो सकता है। एक तरफ जहाँ पहले से चयनित आरक्षियों का प्रशिक्षण जारी है, वहीं दूसरी तरफ नई भर्तियों का द्वार खुलने जा रहा है।SI और Constable भर्ती की तैयारी कर रहे प्रतियोगी छात्रों को चाहिए कि वे अब अपनी पाठ्यक्रम और अभ्यास रणनीति को और मजबूत कर लें, क्योंकि अगले कुछ ही महीनों में आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ हो सकती है। प्रतियोगी परीक्षाओं के विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार परीक्षा का स्तर और प्रक्रिया काफी कठोर और प्रतिस्पर्धात्मक होगी। विशेषकर शारीरिक दक्षता और साइकोलॉजिकल टेस्ट में अभ्यर्थियों को अधिक ध्यान देना होगा। एक कोचिंग संस्थान के निदेशक ने कहा कि “पिछली भर्तियों की तुलना में अब अभ्यर्थियों को सिर्फ लिखित परीक्षा नहीं बल्कि शारीरिक, मानसिक और नैतिक कसौटी पर भी खरा उतरना होगा। उन्हें पूरी तरह से तैयार रहना होगा।”