इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ एस आलोक, उप संचालक कृषि एफआर कश्यप, आईजीकेवी के वैज्ञानिक, कृषि, पशुपालन एवं संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद थे। कलेक्टर ने बैठक में बताया कि अभियान के तहत किसानों को खरीफ मौसम के प्रमुख फसलों से संबंधित आधुनिक तकनीकों, विभिन्न सरकारी योजनाओं तथा नीतियों, किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड में सुझाए गए विभिन्न फसलों के चयन तथा संतुलित खादों के प्रयोग के लिए जागरूक करने के साथ जानकारी दी जाएगी।
CG News: गांव-गांव पहुंचेंगे कृषि वैज्ञानिक
साथ ही अभियान के तहत
किसानों से फीडबैक लेकर उनके द्वारा किए गए नवाचार के संबंध में वैज्ञानिक नवीन जानकारी प्राप्त करेंगे एवं अनुसंधान में आवश्यक दिशा-निर्धारित करेंगे। उन्होंने कहा कि इस अभियान का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करें एवं सभी ग्राम पंचायतों में मुनादी करवाएं।
उपसंचालक कृषि एफआर कश्यप ने बताया कि जिले में तीन टीम गठित की गई है, जो प्रत्येक दिन 7-8 पंचायतों के बीच क्लस्टर बनाकर शिविर लगाएगी। जो प्रतिदिन 7-8 ग्राम पंचायतों में जाकर लगभग डेढ़ हजार से अधिक किसानों के साथ वैज्ञानिक दल का सीधा संवाद किया जाएगा।
CG News: प्राकृतिक खेती को दिया जाएगा बढ़ावा
कश्यप ने बताया कि वैज्ञानिक दल द्वारा किसानों के साथ संवाद में उक्त तकनीकों, नई किस्मों और सरकारी योजनाओं, प्राकृतिक खेती को बढ़ावा, किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड में सुझाई गई विभिन्न फसलों में संतुलित खादों के प्रयोग के लिए जागरूक एवं शिक्षित, कृषि ड्रोन प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन, केवीके, आईसीएआर संस्थान और इफको, कृषि में ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग पर प्रदर्शन
किसानों के बीच जागरूक पैदा करने के लिए आईसीटी का उपयोग, धान की सीधी बुवाई (डीएसआर), सोयाबीन की फसल में मशीनीकरण जैसी अन्य उन्नत फसल तकनीकों का प्रसार, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड के संबंध में चर्चा की जाएगी।