बुधवार को अधिकारियों ने शासकीय प्राथमिक शाला झलप का आकस्मिक निरीक्षण किया। देखा कि प्रधान पाठक सुदर्शन सिंह ध्रुव लगातार अनुपस्थित हैं। जिस पर उन्होंने संज्ञान लेते हुए संबंधित को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। संस्था में पदस्थ अन्य शिक्षक को सही ढंग से शाला संचालन के लिए हिदायत दी गई।
संकुल समन्वयक व संकुल प्राचार्य को लगातार मॉनिटरिंग कर उच्च कार्यालय को जानकारी देने कहा गया। इसी प्रकार संयुक्त संचालक ने शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला झलप का आकस्मिक निरीक्षण किया। जहां पर उन्होंने पाया कि संस्था में पदस्थ भृत्य को छोड़कर कोई भी स्टॉफ निर्धारित समय पर उपस्थित नहीं था।
व्याख्याता से स्पष्टीकरण मांगा
हेमलता पटेल विज्ञान सहायक शिक्षिका जिनका ओपन परीक्षा कार्य में वीक्षक के रूप में ड्यूटी लगाई गई थी, उपस्थित मिलीं। इनको छोड़कर स्कूल में पदस्थ समस्त स्टॉफ अनुपस्थित थे। जिस पर संभागीय संयुक्त संचालक ने नाराजगी जताई। सभी को स्पष्टीकरण जारी किया गया। जवाब संतोषजनक न पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला झलप में 9 अप्रैल को कक्षा बारहवीं ओपन का अंग्रेजी विषय का प्रश्न पत्र था। ओपन परीक्षा के आयोजन व्यवस्था में अनियमितता पाए जाने एवं देर से आने पर एक व्याख्याता एवं एक लिपिक को स्पष्टीकरण जारी कर जवाब मांगा गया।
साथ ही सहायक केंद्राध्यक्ष देव कुमार ध्रुव को तत्काल प्रभाव से पद से हटाकर उनके स्थान पर शासकीय कन्या हाई स्कूल में पदस्थ व्याख्याता गिरधारी लाल पटेल को सहायक केंद्राध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। उमा शाला झलप में पदस्थ शिक्षक, व्याख्याता जो समय पर विद्यालय नहीं आए थे, सभी से स्पष्टीकरण जारी कर जवाब मांगा गया है।
अनुपस्थित मिलने पर शिक्षकों को नोटिस
झलप में निरीक्षण के बाद अधिकारियों द्वारा शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला नरतोरा का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। जहां पर उन्होंने पाया कि संस्था में पदस्थ व्याख्याता अश्विनी वानखेड़े एवं व्याख्याता विरोध कुमार असगर विद्यालय में अनुपस्थित मिले। जिस पर उन्होंने संस्था के प्रभारी प्राचार्य डीपी चंद्राकर को उच्च कार्यालय को समय पर उनकी अनुपस्थिति की सूचना न दिए जाने पर शो काज नोटिस जारी कर जवाब मांगा।
साथ ही दोनों व्याख्याता को भी शो काज नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा गया है। जवाब संतुष्टिपूर्वक ना होने पर उनके विरोध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। संभागीय संयुक्त संचालक एवं सहायक संचालक ने इस प्रकार औचक निरीक्षण करने से स्कूलों में पदस्थ
शिक्षकों हड़कंप मचा हुआ है।