Ration Card Rules: लगा रहा आधे घंटे का समय
बता दें कि 1 जून से तीन माह का बरसात समय का एक साथ एक मुश्त राशन देने शासन द्वारा आदेश जारी किया गया है, लेकिन ब्लॉक में गिने-चुने शासकीय उचित मूल्य की दुकानों विक्रेता द्वारा राशन वितरण किया जा रहा है। दरअसल, तीन माह का राशन वितरण के लिए एक कार्ड धारी को 20 से 30 मिनट का समय लग रहा है। पुरानी ई-पॉश मशीन में अंगूठा का विकल्प समाप्त होने से ओटीपी से राशन वितरण होगा।
ओटीपी आने पर ही राशन के हकदार
एक राशन कार्ड धारी को तीन माह के राशन के लिए उनके मोबाइल में 6 बार ओटीपी आने पर ही वे तीन माह के राशन के हकदार हो रहे हैं। कई बार सर्वर समस्या आने पर 6 की जगह सात बार ओटीपी आने पर ही तीन माह का राशन सबमिट हो रहा है। पूर्व में अंगूठा लगाने पर ही तत्काल 1 मिनट के अंदर हितग्राही को एक माह का राशन प्राप्त हो जाता था। लेकिन, नियम में बदलाव से अंगूठा प्रक्रिया बंद होने से मोबाइल में ओटीपी आने पर ही राशन उनके नाम पर जारी हो रहा है और एक हितग्राही के पीछे विक्रेता को 20 से 30 मिनट का समय लग रहा है। राशनकार्ड धारियों के समस्या
ऐसे में जिनकी दुकान में 500 से 1000 कार्डधारी हैं। उन्हें राशन वितरण करने में एक माह से भी अधिक समय लग जाएगा। वर्तमान में गिने-चुने विक्रेताओं द्वारा राशन वितरण की प्रक्रिया शुरू तो की गई है, लेकिन प्रक्रिया जटिल होने पर गिनती भर के राशन कार्डधारियों को राशन दिया जा रहा है। पांच बार की ओटीपी में केवल चावल का ही विकल्प आ रहा है। छठवें ओटीपी पर ही शक्कर व नमक का विकल्प दिख रहा है। अंत्योदय कार्ड धारी के लिए तीन ओटीपी, एपीएल कार्ड धारी के लिए तीन ओटीपी, जबकी प्राथमिकता कार्ड धारी के लिए छह बार आधार से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आने पर ही हितग्राहियों को राशन मिलेगा।
नई ई-पॉश मशीन से राशन वितरण में होगी आसानी
कुछ विक्रेताओं ने बताया कि आगामी 20 जून के आस-पास नया ई-पॉश मशीन विक्रेताओं को शासन की ओर से प्रदान किया जाएगा। उसके बाद राशन वितरण करने में विक्रेताओं को आसानी होगी। उन्होंने कहा कि महासमुंद जिले में अभी तक नए ई-पॉश मशीन किसी भी विक्रेताओं के पास नहीं आई है। रायपुर में ही विक्रेताओं को प्रदान किया गया है। वर्तमान में जहां-जहां भी राशन वितरण शुरू किया गया है, वहां ओटीपी से ही राशन वितरण कर रहे हैं। ओटीपी से राशन वितरण करना विक्रेताओं के लिए व कार्डधारी के लिए चुनौती साबित हो रहा है। एक घंटे में 2 से 3 लोगों को ही राशन वितरण कर पा रहे हैं।
मशीन में 47 सेकंड के बाद ओटीपी की वैधता हो जाती है समाप्त
जो बिना मोबाइल लिए राशन लेने शासकीय उचित मूल्य की दुकान पहुंच रहे हैं, उनके लिए राशन लेना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। दरअसल, ओटीपी तो कई बार 5 मिनट में तो कई बार 10 मिनट में हितग्राहियों के मोबाइल में पहुंचता है। जिसकी वैधता 10 मिनट ओटीपी में लिखा जरूर आता है, लेकिन ई-पॉश मशीन में 47 सेकंड के बाद ओटीपी की वैधता समाप्त हो जाती है। ऐसे में कार्डधारी हितग्राही विक्रेताओं पर अपना गुस्सा भी उतार सकते हैं। कुछ विक्रेता तो इसके शिकार भी हो चुके हैं।
राशन का भंडारण करना बन गई चुनौती
जिन उचित मूल्य की दुकानों में 1000 व उससे अधिक राशनकार्डधारी हैं, वहां तीन माह का एक साथ राशन का भंडारण करना चुनौती है। दरअसल, जगह के अभाव होने पर वे तीन माह का राशन एक साथ भंडारण नहीं करवा पा रहे हैं तो कुछ स्थानों पर दो माह का ही राशन का भंडारण हुआ है। ऐसे में तीन माह का राशन वितरण कैसे करें, इसे लेकर विक्रेता भी असमंजस में है।
आधार से मोबाइल नंबर लिंक कराना जरूरी: अजय
जिला खाद्य अधिकारी अजय यादव ने कहा कि जिनका आधार से मोबाइल नंबर लिंक नहीं होगा, उन्हें पहले लिंक करवाना पड़ेगा, तभी उन्हें ओटीपी आने पर ही राशन मिलेगा। उन्होंने कहा कि 20 तारीख को नई ई-पॉश मशीन भी विक्रेताओं के पास पहुंच जाएगी। जहां जगह का अभाव है। वहां राशन वितरण करते ही तुरंत वहां भंडारण भी करवा दिया जाएगा।