श्रद्धालुओं ने आरोप लगाते हुए कहा कि मंदिर में अव्यवस्थाओं की वजह से उन्हें जान बचाने की जद्दोजहद करनी पड़ी। भीड़ के दबाव, धक्का-मुक्की और VIP दर्शन की अव्यवस्था के कारण कई श्रद्धालुओं को ठाकुर जी के दर्शन करने में दिक्कत हुई।
भक्तों को सांस लेने में हुई परेशानी
लखनऊ, कानपुर और हरदोई से आए श्रद्धालुओं ने कहा कि मंदिर में ज्यादा भीड़ होने की वजह से सांस लेना तक कठिन हो गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करन के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं नजर आए।
बच्चे जमीन पर गिरे
हरदोई निवासी वंदना सिंह ने कहा कि वह अपने छोटे बच्चों के साथ मंदिर आईं थी, मंदिर में भीड़ की वजह से बच्चे जमीन पर गिर गए। इस दौरान उन्होंने कई गोस्वामियों से मदद करने को कहा लेकिन किसी ने भी उनकी बात नहीं सुनी।जैसे-तैसे वह बच्चों को भीड़ से बाहर निकाल सकीं।
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए इंतजाम नहीं
वहीं लखनऊ से आईं वैशाली ने बताया कि पैसे लेकर मंदिर में गोस्वामी पर्ची काट रहे थे। साथ ही वह लगातार भीड़ को मंदिर के अंदर भेज रहे थे। उन्होंने कहा कि मंदिर में VIP दर्शन के नाम पर भेदभाव भी देखने को मिला। मंदिर में भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर प्रशासन की ओर से कोई इंतजाम नहीं था। दबने जैसी स्थिति कठघरे में बन गई थी।
बिना दर्शन किए लौटे श्रद्धालु
इसके अलावा एक श्रद्धालु शिवांग ने बताया कि वह बड़ी श्रद्धा के साथ दर्शन करने मंदिर पहुंचे लेकिन अंदर घुसते ही भगदड़ जैसे हालात दिखाई दिए। धक्का-मुक्की की वजह से उनको बिना दर्शन किए ही लौटना पड़ा।