चक्रवाती विक्षोभ और परिसंचरण का असर
रविवार को यूपी के कई हिस्सों में चक्रवाती विक्षोभ और परिसंचरण के कारण मौसम ने करवट ली। यह बदलाव एक सप्ताह से जारी हीट वेव से राहत लेकर आया। रविवार को 35 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी चली, जिसने गर्मी में काफी राहत दी। मुरादाबाद में अधिकतम तापमान 39.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, वहीं रात का तापमान घटकर 25.7 डिग्री सेल्सियस पर आ गया।
गर्मी से राहत, लेकिन मौसम में उतार-चढ़ाव जारी
अप्रैल महीने में मौसम में उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। इस समय प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ के अलावा कई परिसंचरणों का असर देखा जा रहा है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान था कि शनिवार और रविवार को प्रदेश के दक्षिणी हिस्से के पूर्वी जिलों में आंधी और बारिश की स्थिति बनेगी, लेकिन इसका असर प्रदेश के 24 जिलों तक देखने को मिला। मुरादाबाद नगर और देहात सहित आसपास के कई जिलों में 35 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तूफानी हवाएं चलीं। इसके साथ ही गरज-चमक के साथ धूल भरी हवाएं भी चलीं।
मई में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यदि स्थितियां अनुकूल रहीं तो मई महीने की शुरुआत में प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि मुरादाबाद और आसपास के इलाकों में 1 से 3 मई तक हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जो प्रदेशवासियों के लिए राहत का संदेश लेकर आएगी।
तापमान में गिरावट, राहत का अहसास
उत्तर प्रदेश में 7 दिनों के बाद अधिकतम तापमान में 3 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। पहले 42.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने वाला तापमान अब 39.2 डिग्री सेल्सियस हो गया है। इससे लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली है। इस बदलाव से न्यूनतम तापमान में भी वृद्धि हुई है। रविवार को न्यूनतम तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि पिछले कुछ दिनों में सबसे अधिक है। इसके अलावा, नमी का प्रतिशत भी बढ़ा है और दक्षिण-पूर्वी हवाओं के कारण नमी का न्यूनतम प्रतिशत 27 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
आगे के पूर्वानुमान और मौसम विशेषज्ञों की राय
मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि फिलहाल हीट वेव पर ब्रेक लग गया है और अगले एक सप्ताह तक मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। उनके अनुसार, एक से तीन मई तक हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी रहेगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तापमान अधिक रहने की संभावना है, जबकि पूर्वी इलाकों में तापमान में गिरावट आने की संभावना है। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस बदलाव से यूपी के लोग राहत महसूस करेंगे और आगामी दिनों में मौसम में राहत की उम्मीद की जा सकती है।