इस हादसे में 51 लोग घायल हुए हैं, जिनमें छह की हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतकों में एक पांच वर्षीय बच्चा और उसके पिता भी शामिल हैं। मृत बाप-बेटे की पहचान रोहित माने (35) और विहान माने (5) के रूप में हुई है। इसके अलावा चंद्रकांत साठले और एक अन्य व्यक्ति की भी मौत की पुष्टि हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, रविवार होने के कारण बड़ी संख्या में पर्यटक कुंडमला घूमने पहुंचे थे। रोहित माने अपने बेटे विहान, पत्नी शमिता माने (32) और सास के साथ पुल पर मौजूद थे। उसी दौरान कुछ पर्यटक अपनी दोपहिया वाहनों के साथ पुल पर आ गए। पहले से ही भीड़भाड़ वाला यह पुल अचानक अधिक वजन सहन न कर पाने के कारण ढह गया, जिससे कई लोग नदी के तेज बहाव में बह गए।
सबसे हृदयविदारक दृश्य तब सामने आया जब विहान की नानी उसे बेतहाशा ढूंढते हुए रो रही थी, उन्होंने दोनों को ढूंढने के काफी प्रयास किए, लेकिन दुर्भाग्यवश उनके पोते और दामाद दोनों की ही जान चली गई। जबकि शमिता के पैर में फ्रैक्चर हो गया है और उनका पवना अस्पताल में इलाज चल रहा है।
तबाह हुआ खुशहाल परिवार
पुल टूटने के बाद जब तक माने परिवार को कुछ समझ में आता तब तक बहुत देर हो चुकी थी। रोहित और उनके बेटे विहान को गंभीर चोट लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पति और बेटे की मौत आंखों के सामने देखकर रोहित की पत्नी बुरी तरह टूट गई। वह अभी सदमे में हैं। चिंचवड के आईटी पेशेवर दंपति ने हाल ही में अपने सपनों का घर बनाया था और रविवार को बेटे विहान के साथ मानसून की बारिश का आनंद लेने के लिए कुंडमला जाने का फैसला किया था। नन्हा विहान सोमवार से स्कूल जाने वाला था, लेकिन इस हादसे ने एक खुशहाल परिवार को तबाह कर दिया।
इस बीच, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की टीम ने रात आठ बजे तक बचाव कार्य चलाया। रात में पुल का ढांचा हटाने के बाद यह सुनिश्चित किया गया कि उसके नीचे कोई नहीं फंसा है। इसके बाद सर्च ऑपरेशन रात में रोक दिया गया और सुबह फिर शुरू किया गया।
महाराष्ट्र सरकार ने मृतकों के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। साथ ही, सभी घायलों के इलाज का खर्च भी सरकार वहन करेगी। लेकिन इस हादसे ने पुराने पुलों की सुरक्षा और पर्यटक स्थलों पर नियमों के पालन को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है।