नागौर. श्री जयमल जैन पौषधशाला में चल रही चातुर्मास विशेष प्रवचन श्रृंखला में सोमवार को जैन समणी सुयशनिधिजी ने चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के सम्यक्त्व से लेकर महावीरत्व की प्राप्ति तक के 27 भवों पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कर्म प्रबंधन ही आत्मा की मुक्ति का मार्ग बन सकता है। जीवन में […]
नागौर•Jul 21, 2025 / 10:32 pm•
Sharad Shukla
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