अध्ययन में 50 हजार ट्रक ड्राइवरों को किया शामिल
अध्ययन आइआइटी दिल्ली ने फोरसाइट फाउंडेशन के सहयोग से किया। इसमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु के 50 हजार ट्रक ड्राइवरों को शामिल किया गया। रिपोर्ट के मुताबिक देश में हर 100 ट्रकों पर 75 ड्राइवर हैं। ज्यादातर ड्राइवरों का वजन बढ़ा हुआ है तो कई ब्लडप्रेशर से पीड़ित हैं। कई को तनाव के कारण मेंटल हेल्थ ट्रीटमेंट की जरूरत है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रिपोर्ट लॉन्च करते हुए कहा कि ट्रक ड्राइवरों के प्रशिक्षण और कल्याण के लिए डिजिटलीकरण के साथ ऐप्स के एकीकरण पर काम किया जा रहा है।
बीएमआइ और बीपी भी चिंताजनक
दरअसल 44.3 प्रतिशत का बीएमआइ (शरीर द्रव्यमान सूचकांक) सीमा रेखा या उससे ज्यादा है जबकि 57.4 प्रतिशत हाई ब्लडप्रेशर से पीड़ित है। 18.4 प्रतिशत में ब्लड शुगर का स्तर सामान्य से ज्यादा पाया गया और 33.9 प्रतिशत ट्रक ड्राइवरों में मध्यम स्तर के तनाव की शिकायत पाई गई। इसके अलावा 2.9 प्रतिशत में तनाव का उच्च स्तर की शिकायत मिली।
चुनौतियां और कठिन जीवनशैली
ट्रक जरूरी सामान की ढुलाई के अहम साधन हैं। इन्हें भारतीय लॉजिस्टिक क्षेत्र की रीढ़ भी कहा जाता है। हालांकि ट्रक चलाने वाले ड्राइवरों को चुनौतियों और कठिन जीवनशैली का सामना करना पड़ता है। इनमें लंबे समय तक ट्रक चलाना, अनियमित शिफ्ट, परिवार से लंबे समय तक दूर रहना और विभिन्न स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं शामिल हैं।