AAP और कांग्रेस का कुछ महीने पहले हुआ था गठबंधन
जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज यानी गुरुवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ विपक्ष गठबंधन के नेतृत्व या एजेंडे के बारे में कोई भी क्लीयरटी नहीं है। यदि विपक्षी गुट का गठबंधन पिछले वर्ष के संसदीय चुनाव के लिए किया गया था तो उसे अब अवश्य ही भंग (खत्म) कर दिया जाना चाहिए। मीडिया ने आप, भाजपा और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबले के बारे में जम्मू एवं कश्मीर के सीएम से सवाल पूछा गया। नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के नेता दिल्ली विधानसभा चुनाव पर पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे। दिलचस्प बात यह है कि AAP और कांग्रेस ने कुछ महीने पहले ही लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया था।
AAP और कांग्रेस एक दूसरे पर लगा रहे ये आरोप
पिछले कुछ हफ़्तों से आप और कांग्रेस के नेता राष्ट्रीय राजधानी चुनाव के लिए अपने अभियान में एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की पार्टी AAP पर भ्रष्टाचार और खराब शासन का आरोप लगाया है। वहीं, दूसरी ओर आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (BJP) की मिलीभगत है।
गलतफहमी से बाहर आना चाहिए- JK सीएम
दिल्ली चुनाव और भारत गठबंधन पर एक सवाल के जवाब में अब्दुल्ला ने समाचार एजेंसी ANI से कहा, ” जहां तक गठबंधन की बात है, गठबंधन हर चीज में होता है और यह सिर्फ चुनाव लड़ने तक सीमित नहीं है। गठबंधन देश को मजबूत करने और हमारे देश से इस नफरत को दूर करने के लिए है। जो लोग सोचते हैं कि यह सिर्फ संसदीय चुनावों के लिए था, उन्हें इस गलतफहमी से बाहर आना चाहिए। हालांकि मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकता, क्योंकि दिल्ली चुनाव से हमारा कोई लेना-देना नहीं है। आप, कांग्रेस और अन्य पार्टियों को यह तय करना होगा कि भाजपा का मुकाबला कैसे किया जाए। जहां तक मुझे याद है, INDIAN गठबंधन के लिए कोई समय सीमा नहीं थी। दुर्भाग्य से INIDA गठबंधन की कोई बैठक आयोजित नहीं की जा रही है, इसलिए नेतृत्व, एजेंडा या हमारे (INDIA ब्लॉक के) अस्तित्व के बारे में कोई स्पष्टता नहीं है। अगर यह सिर्फ संसदीय चुनावों के लिए था, तो उन्हें गठबंधन समाप्त कर देना चाहिए।” दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का शेड्यूल
दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में होंगे और वोटों की गिनती 8 फरवरी को होगी। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 17 जनवरी है। जबकि उम्मीदवारी नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 20 जनवरी है। दिल्ली में लगातार 15 साल तक सत्ता में रही कांग्रेस को पिछले दो विधानसभा चुनावों में झटका लगा है और वह एक भी सीट जीतने में नाकाम रही है। इसके विपरीत, AAP ने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनावों में 70 में से 62 सीटें जीतकर अपना दबदबा बनाया। वहीं भाजपा को 2020 चुनाव में केवल आठ सीटें मिलीं थीं। दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर BJP नेता मनोज तिवारी ने आप पर साधा निशाना। देखें ये वीडियो-