फ्यूल कंट्रोल स्विच को लेकर दी गई थी सलाह
रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिकी एजेंसी संघीय विमान प्रशासन (FAA) ने सात साल पहले फ्यूल कंट्रोल स्विच को लेकर कहा था कि कि विमान के फ्यूल कंट्रोल स्विच का लॉकिंग फीचर निष्क्रिय होने की आशंका है। एफएए ने यह सलाह बोइंग 737 मॉडल वाले विमान के कुछ ऑपरेटरों से मिली रिपोर्ट के आधार पर जारी की थी। ऑपरेटरों ने रिपोर्ट में कहा था कि इस मॉडल के कुछ विमानों में फ्यूल कंट्रोल स्विच का लॉकिंग फीचर निष्क्रिय था। लेकिन अमेरिकी संघीय एजेंसी ने इसे तब असुरक्षित नहीं माना था। लिहाजा कोई एयरवर्थीनेस डायरेक्टिव जारी नहीं की गई थी। बता दें कि एयरवर्थीनेस डायरेक्टिव को विमान के इंजन, प्रोपेलर या किसी उपकरण में किसी भी असुरक्षित स्थिति को ठीक करने के लिए जारी किया जाता है।
एयर इंडिया ने नहीं की जांच
वहीं, रिपोर्ट में कहा गया है कि विमान में ऐसा ही फ्यूल कंट्रोल स्विच लगा हुआ था। एयर इंडिया ने FAA की सलाह के बाद भी फ्यूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग फीचर का निरीक्षण नहीं किया। एयर इंडिया ने कहा कि क्योंकि FAA ने सिर्फ सलाह दी थी, कोई अनिवार्य निर्देश नहीं था। इसलिए फ्यूल कंट्रोल स्विच की जांच नहीं की गई।
विमान बनाने वाली कंपनी का बयान
विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने अपने बयान में कहा कि हमारी संवेदना एयर इंडिया की फ्लाइट 171 के यात्रियों और चालक दल के प्रियजनों के साथ है। साथ ही अहमदाबाद में जमीन पर प्रभावित सभी लोगों के साथ हमारी संवेदना है। हम जांच और अपने कस्टमर का सपोर्ट करना जारी रखते हैं।
शुरुआती जांच रिपोर्ट आयी सामने
अहमदाबाद प्लेन क्रैश के एक महीने बाद शुरुआती जांच रिपोर्ट आ गई है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) ने 12 जुलाई को 15 पन्नों की रिपोर्ट सार्वजनिक की। प्रारंभिक जांच के मुताबिक हादसा विमान के दोनों इंजन के बंद होने के कारण हुआ था।
एक पायलट ने दूसरे से पूछा- इंजन बंद किया?
जांच रिपोर्ट के मुताबिक टेकऑफ (Takeoff) के तुरंत बाद एक-एक करके दोनों इंजन बंद हो गए। इस दौरान कॉकपिट की रिकॉर्डिंग से पता चला कि एक पायलट ने दूसरे से पूछा कि क्या तुमने इंजन बंद किया। जवाब मिला- मैंने नहीं किया। इसके कुछ ही देर बाद विमान मेडिकल कॉलेज की एक बिल्डिंग से टकरा गया। इसमें 280 से अधिक लोग मारे गए। जिनमें 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। विमान में सवार सिर्फ एक शख्स जिंदा बचा।