भारतीय सेना ने तबाह किए आतंकी ठिकाने
यह दौरा इस महीने की शुरुआत में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के अंदर भारत द्वारा किए गए जवाबी हमलों के बाद हो रहा है। इन हमलों को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया था और ये हमले हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेने के लिए किए गए थे, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी, जिनमें एक पाकिस्तानी नागरिक भी शामिल था।
पाकिस्तान को उबरने में लगेंगे 4-5 साल
शाह ने अपने संबोधन में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान की सबसे बड़ी क्षति उसके निगरानी ढांचे का ध्वस्त होना है। उन्होंने कहा, आपने एक-एक करके उनके पूरे निगरानी नेटवर्क को नष्ट कर दिया। अब दुश्मन को इस नेटवर्क को दोबारा स्थापित करने में 4-5 साल लग सकते हैं। गृह मंत्री ने इसे बीएसएफ की बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि इससे पाकिस्तान की युद्धक्षमता पर गहरा असर पड़ा है। बीएसएफ ने पाप की 118 से अधिक चौकियों को किया नष्ट
बीएसएफ द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई का जिक्र करते हुए शाह ने बताया कि भारत पर गोलाबारी करने के बाद जब पाकिस्तान ने सीमावर्ती नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाया, तब बीएसएफ ने उनकी 118 से अधिक चौकियों को नष्ट कर दिया। उन्होंने कहा, सिर्फ तीन दिनों में इतने बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाना दर्शाता है कि आपने शांति के समय में भी दुश्मन की गतिविधियों पर बारीकी से निगरानी रखी।
जवानों की जमकर तारीफ की
गृह मंत्री ने बीएसएफ के जवानों की सराहना करते हुए कहा कि देश की सीमाओं पर पहला प्रहार आपको झेलना होता है और इसी वजह से देश का हर नागरिक आपको हमारी पहली सुरक्षा पंक्ति के रूप में देखता है। उन्होंने जवानों को भरोसा दिलाया कि सरकार हर मोर्चे पर उनके साथ खड़ी है और देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
शाह के इस बयान को भारत की आक्रामक सुरक्षा नीति का संकेत माना जा रहा है, जो अब जवाबी कार्रवाई के बजाय पूर्व सक्रिय रणनीति की ओर बढ़ रही है।