नहाने लायक नहीं पानी
इस मामले में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने एनजीटी को एक रिपोर्ट सौंपी इस रिपोर्ट के मुताबिक पानी में खतरनाक बैक्टीरिया फेकल कोलीफॉर्म (FC) पाया गया। इसमें साफ कहा गया है कि यह पानी स्नान के लायक नहीं है। NGT का कहना है कि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UP PCB) एनजीटी के आदेशों का पालन नहीं कर रही है। और अभी तक कोई रिपोर्ट पेश नहीं की है।
टाइफाइड, डायरिया जैसी बीमारियों का खतरा
सीपीसीबी की रिपोर्ट के अनुसार, महाकुंभ में त्रिवेणी संगम के पानी में फेकल सांद्रता में वृद्धि हुई है। सीपीसीबी ने दावा किया कि विभिन्न अवसरों पर बैक्टीरिया की सांद्रता काफी ज्यादा थी। यह मुख्य रूप से मानव व पशु मल से आता है। और इससे टाइफाइड, डायरिया, हैजा जैसे रोग फैल सकते हैं। स्नान के पानी में फेकल कोलीफॉर्म का स्तर 2500 एमपीएन/100 एमएल से अधिक नहीं होना चाहिए।