राशन कार्ड के 8 नए फायदे
प्रति माह 1000 रुपये की आर्थिक सहायता: राशन कार्ड धारकों को अब हर महीने 1000 रुपये की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में दी जाएगी। यह राशि परिवारों की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी। पोषणयुक्त राशन: अब राशन में केवल गेहूं और चावल ही नहीं, बल्कि दाल, नमक, और खाद्य तेल जैसी पोषक सामग्री भी सब्सिडी पर या मुफ्त प्रदान की जाएगी। इससे कुपोषण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।
डिजिटल राशन कार्ड: भौतिक राशन कार्ड की जगह अब डिजिटल राशन कार्ड लागू किया गया है, जिससे फर्जी कार्डों पर रोक लगेगी और वितरण प्रणाली में पारदर्शिता बढ़ेगी। वन नेशन वन राशन कार्ड (ONORC): इस योजना के तहत प्रवासी मजदूर देश के किसी भी हिस्से से राशन प्राप्त कर सकते हैं, जिससे उनकी खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
गैस सिलेंडर पर सब्सिडी: राशन कार्ड धारकों को सालाना 6 से 8 सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर प्रदान किए जाएंगे। साथ ही, गैस सिलेंडर की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए उपाय किए गए हैं।
महिला सशक्तिकरण: राशन कार्ड का मुखिया बनाने में महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा, राशन दुकानों के संचालन में भी महिलाओं को जिम्मेदारी दी जा रही है, जिससे उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। मुफ्त बीज वितरण: किसान राशन कार्ड धारकों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज मुफ्त में दिए जाएंगे, जिससे उनकी फसल उत्पादन में वृद्धि होगी।
आसान ऑनलाइन प्रक्रिया: राशन कार्ड में नाम जोड़ने, हटाने, या पता बदलने की प्रक्रिया को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया गया है। अब लाभार्थियों को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
नए नियम और शर्तें
ई-केवाईसी अनिवार्य: सभी राशन कार्ड धारकों को ई-केवाईसी (e-KYC) कराना अनिवार्य है। इसे पूरा न करने पर राशन कार्ड रद्द हो सकता है। अंतिम तिथि 15 फरवरी 2025 तक बढ़ाई गई है। पात्रता मानदंड: लाभ लेने के लिए परिवार में कोई सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए, और वार्षिक आय निर्धारित सीमा से कम होनी चाहिए। डिजिटल प्रक्रिया: राशन वितरण अब पूरी तरह डिजिटल होगा। बायोमेट्रिक सत्यापन और क्यूआर कोड आधारित प्रणाली लागू की गई है।
राशन की मात्रा में बदलाव: सामान्य राशन कार्ड धारकों को प्रति यूनिट 2 किलो गेहूं और 2.5 किलो चावल, जबकि अंत्योदय कार्ड धारकों को 17 किलो गेहूं और 18 किलो चावल मिलेगा।
क्या करें राशन कार्ड धारक?
ई-केवाईसी कराएं: अपने नजदीकी राशन दुकान या ‘मेरा राशन’ ऐप के माध्यम से तुरंत ई-केवाईसी पूरी करें। आधार लिंकिंग: सुनिश्चित करें कि आपका आधार कार्ड राशन कार्ड से लिंक है। अपडेट रखें: आय और संपत्ति में बदलाव की जानकारी तुरंत अपडेट करें। आधिकारिक पोर्टल चेक करें: नवीनतम जानकारी के लिए nfsa.gov.in या अपने राज्य के PDS पोर्टल पर जाएं।
इन बदलावों का प्रभाव
ये नए नियम और फायदे गरीब और मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए एक बड़ी राहत साबित होंगे। मुफ्त राशन और आर्थिक सहायता से उनकी खाद्य और आर्थिक सुरक्षा बढ़ेगी, जबकि डिजिटल प्रक्रिया भ्रष्टाचार को कम करेगी। ‘वन नेशन वन राशन कार्ड’ योजना से प्रवासी मजदूरों को विशेष लाभ होगा। साथ ही, गैस सिलेंडर सब्सिडी से स्वच्छ ईंधन का उपयोग बढ़ेगा, जिससे पर्यावरणीय सुधार होगा।