अधिकारियों ने टग जहाज की पहचान
डीआरआई अधिकारियों ने विशेष खुफिया जानकारी हासिल की और तूतीकोरिन पुराने बंदरगाह से रवाना हुए एक टग जहाज की पहचान की, जो चट्टानों से लदे एक बजरे को खींच रहा था। बयान में कहा गया कि यह पता चला कि तूतीकोरिन स्थित एक गिरोह ने जहाज के एक चालक दल के सदस्य की सहायता से मालदीव की यात्रा के दौरान बीच समुद्र में छिपकर बड़ी मात्रा में हशीश तेल बजरे पर लोड किया था।
5 मार्च को रोका था जहाज
बता दें कि डीआरआई के कहने पर भारतीय तटरक्षक बल ने गत 5 मार्च को कन्याकुमारी तट के पास समुद्र में जहाज को रोका और 7 मार्च, 2025 तक उसे तूतीकोरिन न्यू पोर्ट पर वापस ले आया।
तीन लोगों को किया गिरफ्तार
इस बीच जहाज पर मादक पदार्थ रखने के लिए जिम्मेदार व्यक्ति और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके अलावा, गिरोह के साथ जहाज के स्थान को साझा करने में शामिल चालक दल के सदस्य को भी जहाज के डॉक पर आने के बाद आगे की जांच के लिए गिरफ्तार कर लिया गया।
तलाशी लेने पर बरामद हुए दो बैग
जहाज की तलाशी लेने पर दो बैग बरामद हुए, जिनमें 29 प्लास्टिक के पैकेट थे, जिन पर खाद्य पदार्थों का विवरण छपा हुआ था। बयान में कहा गया है कि पैकेटों की जांच की गई और पाया गया कि उनमें ‘काला तरल पेस्ट जैसा पदार्थ’ था, जिसे फील्ड टेस्ट किट से जांचने पर ‘हशीश ऑयल’ पाया गया। कुल मिलाकर 29 पैकेट हशीश ऑयल बरामद किया गया, जिसका वजन 29.954 किलो था एवं उसकी कीमत 32.94 करोड़ रुपए आंकी गई।
न्यायिक हिरासत में भेजे आरोपी
बता दें कि गिरफ्तार तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। DRI और ICG की संयुक्त कार्रवाई ने एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय तस्करी को विफल कर दिया और बड़ी तस्करी का भंडाफोड़ किया।