मौसम विभाग का कहना है यहां होगी वर्षा
पूर्वी राजस्थान (21-23 जून) और दक्षिण हरियाणा, पंजाब (22 जून) में अत्यधिक वर्षा की संभावना है। उत्तर प्रदेश (22-23 जून) में भी बारिश तेज हो सकती है। हिमाचल, उत्तराखंड (22-25 जून) में बहुत भारी वर्षा का अनुमान है। इस दौरान तेज हवाएं (30-40 किमी/घंटा), बिजली और गरज के साथ वर्षा की संभावना है। ये क्षेत्र मौसम के बदलाव से प्रभावित होंगे और नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
मध्य प्रदेश और गुजरात में अत्यंत भारी वर्षा
मध्य प्रदेश और गुजरात में 21 से 26 जून तक भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी दी गई है। विशेष रूप से: गुजरात (21 जून) में अत्यंत भारी वर्षा हो सकती है, जिससे बाढ़ की स्थिति भी बन सकती है। मध्य प्रदेश (23 जून) में 20 सेमी तक बारिश की संभावना जताई गई है, जिससे सड़कें और आम जन जीवन प्रभावित हो सकता है। इसके अलावा, इन राज्यों में 21 से 27 जून तक सामान्य से भारी वर्षा के साथ तेज हवाएं भी चलने की संभावना है। इस दौरान बिजली गिरने और गरज के साथ बारिश होने की संभावना बनी रहेगी।
पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश जारी रहेगी
पूर्वोत्तर भारत के राज्यों में 21 से 27 जून तक लगातार भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना है। विशेष रूप से अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड और मणिपुर जैसे क्षेत्रों में बारिश के तेवर तेज होंगे। 21 से 24 जून तक भारी वर्षा जारी रहेगी, और इसके बाद भी 4 दिनों तक कुछ स्थानों पर बारिश हो सकती है। सिक्किम और पश्चिम बंगाल (21-24 जून) में भी भारी बारिश हो सकती है, 22 जून को बहुत भारी वर्षा की संभावना है।
पूर्व और मध्य भारत में भी भारी वर्षा की संभावना
पूर्व और मध्य भारत में 23 जून को मध्य प्रदेश में अत्यधिक भारी वर्षा का अलर्ट जारी किया गया है। बिहार, पश्चिम बंगाल (सब-हिमालयन), झारखंड, ओडिशा में 21 से 24 जून के बीच भारी बारिश हो सकती है। गैंगेटिक पश्चिम बंगाल में 22 और 24 से 26 जून तक वर्षा का अनुमान है। विदर्भ और छत्तीसगढ़ में 24 से 27 जून के बीच भारी वर्षा की संभावना है, खासकर 24 जून को बहुत भारी वर्षा हो सकती है।
इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा, तेज हवाएं और गरज के साथ बिजली गिरने का अलर्ट भी जारी किया गया है।
दक्षिण भारत: केरल और कर्नाटक में भारी वर्षा की संभावना
दक्षिण भारत के कई क्षेत्रों में 22 से 27 जून तक भारी बारिश का पूर्वानुमान है। केरल और माहे में 22 से 27 जून तक भारी वर्षा की संभावना है। तटीय कर्नाटक (22-25 जून) और दक्षिण आंतरिक कर्नाटका (23-25 जून) में भी वर्षा हो सकती है। अन्य क्षेत्रों जैसे तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, यनम, कर्नाटक और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है, साथ ही बिजली गिरने की संभावना है।
गर्मी और उमस का अलर्ट – तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में कुछ दक्षिणी राज्यों में गर्मी और उमस भरे मौसम की स्थिति बन सकती है। तमिलनाडु (21-22 जून) में गर्मी और उमस का असर बढ़ सकता है।
तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, रायलसीमा (21-24 जून) में भी गर्मी और उमस की स्थिति रहेगी, जिससे जन जीवन प्रभावित हो सकता है।
सभी क्षेत्रों को सतर्क रहने की जरूरत है
भारत के विभिन्न हिस्सों में मौसम के परिवर्तन के कारण 21 से 27 जून के बीच व्यापक वर्षा और खराब मौसम की स्थिति बन सकती है। नागरिकों को इन क्षेत्रों में मौसम में बदलाव की चेतावनियों का पालन करने की सलाह दी गई है और सड़कों पर यात्रा करते समय सावधानी बरतने की जरूरत है।