क्या है पूरा मामला?
पुलिस के अनुसार, मृतक दीपांशु, मस्तनाथ कॉलोनी, हिसार का निवासी था और हाल ही में उसका दाखिला हांसी के एक निजी स्कूल में हुआ था। वह पहले डीपीएस स्कूल में पढ़ता था। दीपांशु के पिता प्रकाश सेना से रिटायर हैं और वर्तमान में एसबीआई बैंक में गार्ड के रूप में कार्यरत हैं। घटना वाले दिन दीपांशु दूध लेने के लिए स्कूटी पर घर से निकला था, लेकिन वह वापस नहीं लौटा। परिजन उसकी तलाश में जुटे थे, तभी पुलिस ने सूचना दी कि उसे गोली मारी गई है। अस्पताल पहुंचने पर परिजनों को उसकी मौत की खबर मिली।
लाइसेंसी पिस्तौल से मारी गोली
पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी छात्र ने दीपांशु को फोन कर सातरोड पर रेलवे के लोडिंग पॉइंट के पास बुलाया था। वह अपने दादा, जो सेना से रिटायर हैं, की लाइसेंसी पिस्तौल लेकर आया था। वहां पहुंचने पर आरोपी ने दीपांशु पर दो गोलियां दागीं, जिससे वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ा। इसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।
पुलिस की कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही हिसार पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटनास्थल से गोली के खोल बरामद किए और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने हत्या की बात कबूल कर ली है। पुलिस अब हत्या के पीछे की वजह तलाश रही है। संदेह है कि दोनों सहपाठियों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ होगा, जिसने इस भयावह घटना को अंजाम दिया।
परिवार में मातम
दीपांशु की मौत से उसके परिवार में मातम छा गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इस घटना ने हिसार में बाल अपराध की बढ़ती प्रवृत्ति पर भी सवाल खड़े किए हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग इस घटना पर दुख और आक्रोश जता रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “हरियाणा में बाल अपराध दिन-ब-दिन बढ़ रहा है।”
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने मृतक के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और आरोपी की तलाश तेज कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर पुलिस जल्द ही मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। इस घटना ने न केवल स्थानीय समुदाय को झकझोर दिया है, बल्कि स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा और हथियारों तक उनकी पहुंच जैसे गंभीर मुद्दों पर भी बहस छेड़ दी है।