नोटिस के जवाब को पाया असंतोषजनक
केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने 25 मार्च 2025 को जारी शो-कॉज नोटिस के जवाब को असंतोषजनक पाया, जिसके बाद निष्कासन का फैसला लिया गया।
निष्कासित करने पर क्या बोले शिवराम हेब्बार
विधायक शिवराम हेब्बार ने कहा कि उन्होंने हमेशा राजनीति से ऊपर अपने निर्वाचन क्षेत्र और अपने लोगों को प्राथमिकता दी है। उन्होंने आगे कहा कि मेरे समर्थकों को कोई संदेह नहीं है। उन्हें लगता है हमारे नेता ने अच्छे समय और चुनौतियों दोनों में हमारा साथ दिया है। जब विकास की बात आती है तो वे कभी पीछे नहीं हटे हैं और न ही कभी पीछे हटेंगे।
राजनीतिक निर्णय जल्दी नहीं लिए जाते-हेब्बार
वहीं आगे की राजनीति पर हेब्बार ने कहा कि राजनीतिक निर्णय रातों-रात नहीं लिए जाते। राजनीति के लिए समय, विचार और हमारे समर्थकों की भागीदारी की आवश्यकता होती है।
सही समय पर लेंगे निर्णय
विधायक हेब्बार ने कहा कि वह कोई भी राजनीतिक निर्णय “सही समय पर और सही तरीके से” लेंगे। उन्होंने कहा कि यह बताना मेरा काम नहीं है कि चीजें इस तरह क्यों हुईं। यह जिम्मेदारी भाजपा की है। उनके कार्य उनके निर्णयों को दर्शाते हैं। मैं केवल वही बोलूंगा जो मुझे सही और सत्य लगता है।
डिप्टी सीएम ने कसा तंज
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने BJP की कार्रवाई पर तंज कसते हुए कहा कि पार्टी ने गंभीर आरोपों वाले अन्य नेताओं के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया, जबकि सोमशेखर और हेब्बार को निशाना बनाया गया। कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में की थी वोटिंग
बता दें कि सोमशेखर ने फरवरी 2024 के राज्यसभा चुनाव में पार्टी व्हिप के खिलाफ जाकर कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन के पक्ष में क्रॉस-वोटिंग की थी। हेब्बार ने इस चुनाव में वोटिंग से दूरी बनाई थी।