पडोसी देशों की तुलना में सबसे कम किराया
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारतीय रेलवे ने 2020 के बाद से यात्रियों के किराए में कोई इजाफा नहीं किया है। उनके मुताबिक, आज भारत में रेल किराया पड़ोसी देशों की तुलना में सबसे कम है। उन्होंने उदाहरण देते हुए स्पष्ट किया कि भारत में 350 किलोमीटर की यात्रा के लिए ट्रेन का किराया मात्र 121 रुपये है, जबकि पाकिस्तान में यही दूरी तय करने के लिए 436 रुपये, बांग्लादेश में 323 रुपये और श्रीलंका में 413 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि यूरोपीय देशों में यह किराया भारत की तुलना में 20 गुना तक अधिक है।भारत: 2020 से 2025 तक किराया स्थिर
भारत में रेल किराया 2020 के बाद से अपरिवर्तित रहा है। कोविड-19 के दौरान कुछ बदलाव हुए थे, जैसे कि पैसेंजर ट्रेनों को एक्सप्रेस स्पेशल में बदलना और न्यूनतम किराया 10 रुपये से बढ़ाकर 30 रुपये करना, लेकिन फरवरी 2024 में इसे वापस प्री-कोविड स्तर पर लाया गया। 2020 में 350 किलोमीटर की यात्रा का औसत किराया सामान्य श्रेणी में लगभग 121 रुपये था, जो 2025 में भी वही है। प्रति किलोमीटर किराया लगभग 0.35 रुपये रहा। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 17 मार्च 2025 को राज्यसभा में कहा, “भारतीय रेल ने 2020 के बाद से यात्री किराया नहीं बढ़ाया। 350 किलोमीटर की यात्रा भारत में 121 रुपये में होती है, जबकि पाकिस्तान में यह 436 रुपये और बांग्लादेश में 323 रुपये है। यूरोपीय देशों में यह भारत से 20 गुना अधिक है।” उन्होंने यह भी बताया कि रेलवे प्रति यात्री प्रति किलोमीटर 1.38 रुपये खर्च करती है, लेकिन केवल 73 पैसे वसूलती है, जिससे हर साल 60,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी दी जाती है।पाकिस्तान: 2020 से 2025 तक किराए में तेज वृद्धि
पाकिस्तान रेलवे ने 2020 से 2025 के बीच आर्थिक संकट, ईंधन लागत और रखरखाव खर्चों के कारण किराए में कई बार बढ़ोतरी की। 2020 में 350 किलोमीटर की यात्रा का किराया लगभग 300 रुपये (पाकिस्तानी रुपये में 1500 PKR, उस समय की विनिमय दर के हिसाब से) था। 2025 तक यह बढ़कर 436 रुपये (लगभग 2200 PKR) हो गया, जो 45-50% की वृद्धि दर्शाता है। प्रति किलोमीटर किराया 2020 में 0.86 रुपये से बढ़कर 2025 में 1.25 रुपये हो गया। इस दौरान ईंधन कीमतों में 70% तक की वृद्धि और मुद्रास्फीति ने किराए को प्रभावित किया। हालांकि, सेवा की गुणवत्ता में कोई खास सुधार नहीं हुआ, जिससे यात्रियों में असंतोष बढ़ा है।बांग्लादेश: 2020 से 2025 तक किराए में 20-30% इजाफा
बांग्लादेश में भी रेल किराए में 2020 से 2025 तक 20-30% की बढ़ोतरी हुई। 2020 में 250 किलोमीटर की यात्रा का किराया लगभग 90-100 रुपये (400-450 BDT) था, जो 2025 तक बढ़कर 113-120 रुपये (550-600 BDT) हो गया। 350 किलोमीटर की यात्रा के लिए 2020 में किराया करीब 130 रुपये था, जो 2025 में 160-170 रुपये तक पहुंच गया। प्रति किलोमीटर किराया 2020 में 0.40 रुपये से बढ़कर 2025 में 0.48-0.50 रुपये हो गया। यह वृद्धि रेलवे के आधुनिकीकरण और बुनियादी ढांचे के सुधार के लिए की गई, लेकिन इससे आम यात्रियों पर आर्थिक दबाव बढ़ा।350 किलोमीटर की यात्रा का किराया
भारत: 2020 में 121 रुपये, 2025 में 121 रुपये (0% वृद्धि)पाकिस्तान: 2020 में 300 रुपये, 2025 में 436 रुपये (45% वृद्धि)
बांग्लादेश: 2020 में 130 रुपये, 2025 में 160 रुपये (23% वृद्धि)
प्रति किलोमीटर किराया
भारत: 2020 में 0.35 रुपये, 2025 में 0.35 रुपये (स्थिर)पाकिस्तान: 2020 में 0.86 रुपये, 2025 में 1.25 रुपये (45% वृद्धि)
बांग्लादेश: 2020 में 0.40 रुपये, 2025 में 0.50 रुपये (25% वृद्धि)