दर्शन के लिए जमा थी बड़ी भीड़
रविवार सुबह करीब साढे चार बजे पवित्र रथ गुंडिचा मंदिर में थे। दर्शन के लिए बड़ी भीड़ जमा थी। जैसे ही रथ पास पहुंचे, भीड़ बढ़ गई। इस दौरान कुछ लोग जमीन पर गिर गए और भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है। अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि कुछ घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि अन्य गंभीर रूप से घायल होने के कारण अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं।
दो महिलाओं सहित तीन की मौत
पुलिस के मुताबिक, मृतकों की पहचान प्रभाती दास और बसंती साहू और 70 वर्षीय प्रेमकांत मोहंती के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि तीनों मृतक ओडिशा के खुर्दा जिले के रहने वाले हैं। ये लोग रथ यात्रा के लिए पुरी आए थे।
जिम्मेदार लोगों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी को घटना के बारे में जानकारी दे दी है। हरिचंदन ने कहा कि जल्द ही मामले की जांच शुरू की जाएगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पूर्व सीएम पटनायक ने जताया दुख, घटना पर उठाए सवाल
ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री और एलओपी नवीन पटनायक ने ट्वीट किया, मैं पुरी के सारधाबली में हुई दुखद भगदड़ में अपनी जान गंवाने वाले तीन भक्तों के परिवारों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। इस विनाशकारी घटना में घायल हुए भक्तों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए महाप्रभु जगन्नाथ से प्रार्थना करता हूं। आज की भगदड़, रथ यात्रा के दौरान भीड़ प्रबंधन की घोर विफलता के ठीक एक दिन बाद हुई है जिसमें सैकड़ों लोग घायल हो गए थे, यह भक्तों के लिए एक शांतिपूर्ण उत्सव सुनिश्चित करने में सरकार की स्पष्ट अक्षमता को उजागर करता है।
लोगों को दावा, भीड़ नियंत्रण करने में नाकाम रही पुलिस
स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाते हुए मीडिया से कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की व्यवस्था अधूरी थी। बताया जा रहा है कि घायलों में से कुछ लोगोंं की हालत गंभीर बनी हुई है।