मीडिया के सामने रोते हुए यह बोले डिप्टी सीएम
शिवकुमार ने कहा, “हमें प्रशासनिक तौर पर इससे सबक लेना चाहिए। विपक्ष अगर शवों पर राजनीति करना चाहता है, तो करने दीजिए। मैं देखूंगा वे कितने शवों पर राजनीति करते हैं। लेकिन मैंने जिन बच्चों की लाशें देखीं, उनकी पीड़ा ने मेरा दिल तोड़ दिया।” उन्होंने पहले ही घटना पर जनता से माफी मांगी थी और कहा था कि, “RCB की ऐतिहासिक जीत ने लोगों में उत्साह भर दिया था। भीड़ इतनी ज्यादा थी कि पुलिस भी नियंत्रण नहीं कर सकी। मैं कर्नाटक और बेंगलुरु की जनता से क्षमा चाहता हूं। हमने विजयी जुलूस निकालने की योजना बनाई थी, लेकिन यह भीड़ बेकाबू हो गई।” कुमारस्वामी का तीखा हमला
केंद्र सरकार में मंत्री और जद(एस) अध्यक्ष एच.डी. कुमारस्वामी ने इस हादसे को लेकर कांग्रेस सरकार पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि, “मुख्यमंत्री सिद्दारमैया पूरी तरह से निष्क्रिय हो चुके हैं, गृह मंत्री सिर्फ एक कठपुतली हैं और उपमुख्यमंत्री बेलगाम हैं।”
शिवकुमार को ठहराया सीधे तौर पर ज़िम्मेदार
कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि “शिवकुमार ने अपनी व्यक्तिगत महिमा की लालसा में इतने बड़े कार्यक्रम के आयोजन में लापरवाही बरती, जिसके चलते यह भयावह त्रासदी घटी।” उन्होंने आगे कहा, “RCB की जीत को अपनी लोकप्रियता बढ़ाने का मंच बनाने की कोशिश की गई। सरकार को पूरी जिम्मेदारी लेकर तुरंत शिवकुमार को कैबिनेट से बर्खास्त करना चाहिए।” बता दें कि कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस भयावह भगदड़ पर स्वतः संज्ञान लिया है और मामले की सुनवाई आज दोपहर 2:30 बजे तय की गई है। उधर, सामाजिक कार्यकर्ता स्नेहमयी कृष्णा ने कब्बन पार्क थाने में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार और कर्नाटक क्रिकेट बोर्ड को लापरवाही का जिम्मेदार ठहराया है।