पोस्टमार्टम के लिए भेजा शव
पुलिस के अनुसार, शव को प्लास्टिक के बोरे में लपेटकर ड्रम में बंद किया गया था। ड्रम एक खाली प्लॉट में पड़ा था, और इसकी हालत से लगता है कि यह कई दिनों से वहां था। थाना डिवीजन नंबर 6 की एसएचओ कुलवंत कौर ने बताया कि शव की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है, और यह संभावना है कि मृतक प्रवासी हो सकता है। शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया गया है, जिसके बाद मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
सीसीटीवी फुटेज से उम्मीद
पुलिस जांच में सामने आया है कि ड्रम नया था, जिससे यह शक गहराता है कि हत्या की साजिश पहले से रची गई थी। पुलिस ने लुधियाना की 42 ड्रम बनाने वाली कंपनियों से पूछताछ शुरू कर दी है ताकि ड्रम के स्रोत का पता लगाया जा सके। इसके अलावा, आसपास के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि ड्रम को वहां कब और कैसे लाया गया।
मेरठ में भी हुआ था ऐसा हादसा
यह घटना मेरठ में कुछ समय पहले हुए नीले ड्रम हत्याकांड की याद दिलाती है, जहां एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर शव को नीले ड्रम में छिपाया था। लुधियाना पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं यह मामला भी उसी तरह की साजिश का हिस्सा तो नहीं है।
मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने में जुटी पुलिस
घटना ने इलाके में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शेरपुर जैसे औद्योगिक क्षेत्र में प्रवासियों की बड़ी आबादी रहती है, और इस तरह की घटनाएं कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाती हैं। पुलिस ने अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जल्द से जल्द इस मर्डर मिस्ट्री को सुलझाने की कोशिश कर रही है।