पुलिस ने नहीं किया मामला दर्ज
मामला महाराष्ट्र के पालघर ज़िले का है और खुलेआम यह हमला होने के बावजूद, पुलिस ने अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया है। पुलिस ने कहा कि, हमने वायरल वीडियो देखा है और हम तथ्यों की पुष्टि कर रहे है। लेकिन अभी तक किसी भी पक्ष ने इस मामले को लेकर कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
पुराना वीडियो सामने आने पर की पिटाई
ऑटो वाले का एक पुराना वीडियो वायरल होने के कारण यह घटना हुई है। यह वीडियो कुछ दिन पहले, मुंबई के विरार स्टेशन पर रिकॉर्ड किया गया था और इसने खूब सुर्खियां बटोरीं थी। इसमें भावेश पडोलिया नामक एक व्यक्ति और मुंबई के एक प्रवासी ऑटोरिक्शा ड्राइवर के बीच बहस हो रही थी। इसमें रिक्शा चलाने वाले से मराठी बोलने को कहा जा रहा है, लेकिन वह बार बार इस बात के लिए मना कर रहा है। वीडियो में ऑटोचालक यह कहता हुआ दिखा रहा है कि मैं हिंदी ही बोलूंगा।
वीडियो वायरल होने पर ऑटोचालक को घेरा
पडोलिया के बयान के अनुसार, उसने रिक्शा चालक से सार्वजनिक रूप से मराठी न बोलने को लेकर सवाल किया था। इसके जवाब में ऑटोचालक ने कहा था कि वह सिर्फ हिंदी या भोजपुरी में ही बात करेगा। इस वीडियो के वायरल होने के बाद शनिवार को शिवसेना और मनसे के समर्थकों ने ऑटोचालक को घेर लिया। इसके बाद उन लोगों ने ऑटोचालक को कई बार थप्पड़ मारे और उस पर मराठी भाषा और सांस्कृतिक प्रतीकों का अपमान करने का आरोप लगाया। इन समर्थकों में कुछ महिलाएं भी शामिल थी। इसके बाद इन लोगों ने ऑटो ड्राइवर को पडोलिया, उसकी बहन और महाराष्ट्र राज्य से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने के लिए मजबूर किया।
घटना स्थल पर दिखा शिवसेना का विरार शहर प्रमुख
शिवसेना पार्टी के विरार शहर प्रमुख उदय जाधव को घटना के वायरल वीडियो में देखा गया था। इसके बाद उसने बयान दिया कि उन्होंने ऑटोचालक को सही शिव सेना शैली में जवाब दिया था। उसने कहा, जो कोई भी मराठी भाषा, महाराष्ट्र या मराठी लोगों का अपमान करने की हिम्मत करेगा, उसे शिव सेना के अंदाज़ में जवाब मिलेगा। हम चुप नहीं बैठेंगे। जाधव ने आगे कहा, ड्राइवर ने महाराष्ट्र और मराठी मानुष के बारे में बुरा बोलने की जुर्रत की थी, उसे करारा सबक सिखाया गया। हमने उससे राज्य के लोगों और उन लोगों से माफ़ी मंगवाई, जिनका उसने अपमान किया था।