1971 की वीरांगनाओं का योगदान
1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान कच्छ की इन महिलाओं ने भुज में भारतीय वायुसेना की हवाई पट्टी को मात्र 72 घंटों में करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। पाकिस्तानी वायुसेना की बमबारी से क्षतिग्रस्त इस रनवे को 300 से अधिक महिलाओं ने अपनी जान की परवाह किए बिना किया, जिससे भारतीय वायुसेना को युद्ध में महत्वपूर्ण सहायता मिली। प्रधानमंत्री मोदी ने इन महिलाओं के साहस को याद करते हुए कहा, “यह पौधा हमारे देश की नारीशक्ति के शौर्य और प्रेरणा का सशक्त प्रतीक बना रहेगा।”
ऑपरेशन सिंदूर का प्रतीकात्मक महत्व
यह पौधारोपण ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहले विश्व पर्यावरण दिवस पर हुआ, जिसे कई लोग एक प्रतीकात्मक कदम के रूप में देख रहे हैं। ऑपरेशन सिंदूर, जो 6-7 मई 2025 को भारतीय सेना द्वारा पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया गया था, ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। इस हमले में 26 पर्यटकों की हत्या की गई थी, जिसमें आतंकियों ने उनकी धार्मिक पहचान पूछकर निशाना बनाया था।
वीरांगना माताओं-बहनों ने किया भेंट
प्रधानमंत्री ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “1971 के युद्ध में साहस और पराक्रम की अद्भुत मिसाल पेश करने वाली कच्छ की वीरांगना माताओं-बहनों ने हाल ही में गुजरात के दौरे पर मुझे सिंदूर का पौधा भेंट किया था। विश्व पर्यावरण दिवस पर आज मुझे उस पौधे को नई दिल्ली के प्रधानमंत्री आवास में लगाने का सौभाग्य मिला है।”
सिंदूर का पौधा: सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व
सिंदूर का पौधा, जिसे वैज्ञानिक रूप से बिक्सा ओरेलाना (Bixa orellana) कहा जाता है, एक औषधीय और रंग प्रदान करने वाला पौधा है। इसे आमतौर पर “कमिला ट्री” या “अन्नाटो” भी कहा जाता है। इसके लाल फलों से प्राप्त पाउडर का उपयोग पारंपरिक रूप से सिंदूर और कॉस्मेटिक्स में किया जाता है। यह पौधा न केवल सांस्कृतिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी लाभकारी है, क्योंकि यह आसानी से उगाया जा सकता है और इसमें एंटीबायोटिक व एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं।
पर्यावरण और शक्ति का संगम
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस की थीम इस वर्ष प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना है। उन्होंने ‘मिशन लाइफ’ का उल्लेख करते हुए संसाधनों के सोच-समझकर उपयोग और टिकाऊ जीवनशैली को बढ़ावा देने की बात कही। साथ ही, उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर को नारीशक्ति और भारत की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति से जोड़ा।