PMO ने दी जानकारी
पीएमओ ने जानकारी देते हुए कहा कि हरित ऊर्जा और सतत भविष्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम के तहत प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम के पास पुदीमदका में अत्याधुनिक एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड की ग्रीन हाइड्रोजन हब परियोजना की आधारशिला रखेंगे। जो राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन के तहत पहला ग्रीन हाइड्रोजन हब है। इस परियोजना में लगभग 1,85,000 करोड़ रुपये का निवेश होगा। इसमें 20 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमताओं में निवेश शामिल होगा। इससे यह भारत की सबसे बड़ी एकीकृत हरित हाइड्रोजन उत्पादन सुविधाओं में से एक बन जाएगी। इसमें 1500 टीपीडी हरित हाइड्रोजन और 7500 टीपीडी हरित हाइड्रोजन उप-उत्पाद का उत्पादन करने की क्षमता होगी।
बल्क ड्रग पार्क की रखेंगे नींव
पीएमओ ने कहा कि ये परियोजनाएं भीड़भाड़ को कम करेंगी, परिवहन संपर्क में सुधार करेंगी तथा क्षेत्रीय सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ाएंगी। बयान में कहा गया कि सुलभ और किफायती स्वास्थ्य सेवा के अपने विज़न को आगे बढ़ाते हुए, प्रधानमंत्री अनकापल्ली जिले के नक्कापल्ली में बल्क ड्रग पार्क की नींव रखेंगे।
रोजगार का मिलेगा अवसर
पीएमओ ने कहा कि बल्क ड्रग पार्क हजारों नौकरियों का सृजन करेगा और विशाखापत्तनम-चेन्नई औद्योगिक गलियारे (वीसीआईसी) और विशाखापत्तनम-काकीनाडा पेट्रोलियम, रासायनिक और पेट्रोकेमिकल निवेश क्षेत्र के निकट होने के कारण आर्थिक विकास को गति देने में मदद करेगा।
प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन
पीएम मोदी ओडिशा दौरे के दौरान 18वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। 18वां प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन ओडिशा राज्य सरकार के साथ साझेदारी में 8 से 10 जनवरी 2025 तक भुवनेश्वर में आयोजित हो रहा है। प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है, जो भारतीय प्रवासियों से जुड़ने और प्रवासियों व देशवासियों को एक-दूसरे के साथ बातचीत करने में सक्षम बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। 50 से अधिक देशों से बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीयों ने प्रवासी भारतीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए पंजीकरण कराया है।
चेन्नई बेंगलुरु कॉरिडोर शुरुआत
प्रधानमंत्री आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में स्थित चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक गलियारे के अंतर्गत कृष्णापटनम औद्योगिक क्षेत्र (केआरआईएस सिटी) की आधारशिला रखेंगे। यह परियोजना राष्ट्रीय औद्योगिक गलियारा विकास कार्यक्रम के तहत एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसे एक ग्रीनफील्ड औद्योगिक स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित किया जाएगा। बयान के अनुसार, इस परियोजना से लगभग 10,500 करोड़ रुपये का बड़ा विनिर्माण निवेश आकर्षित होने की उम्मीद है, साथ ही लगभग 1 लाख प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नौकरियां उत्पन्न होंगी, जिससे क्षेत्रीय विकास में उल्लेखनीय वृद्धि और जीवनस्तर में सुधार होगा।