पिछली बार हुई थी महज 45.36 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी
जुलाई में पेश किए गए पिछले पूर्णकालिक बजट में खेल के लिए उससे पिछले बजट की में महज 45.36 करोड़ रुपये की मामूली बढ़ोतरी की गई थी। 2022-23 के खेल बजट 3,442.32 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था, जिसे 2023-24 के खेल बजट में 3,396.96 करोड़ रुपये कर दिया गया था। उम्मीद है कि इस बार सरकार
आम बजट खेलों को बढ़ावा देने के लिए कुछ बड़े ऐलान कर सकती है।
खेलो इंडिया के लिए 20 करोड़ से अधिक की बढ़ातरी
पिछले खेल बजट में खेलो इंडिया के लिए 900 करोड़ आवंटित करने का प्रावधान किया गया था। इससे पहले ये राशि 880 करोड़ रुपये थी, जिसके आवंटन में 20 करोड़ रुपये का संशोधन किया गया था। बता दें कि मोदी सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में खेलो इंडिया के बजट में भारी बढ़ोतरी की है, ताकि देशभर के सभी हिस्सों प्रतिभाओं को निखारकर सामने लाया जा सके। 2022-23 में खेलो इंडिया का वास्तविक आवंटन महज 596.39 करोड़ रुपये था।
एनएसएफ को भी हुआ था 15 करोड़ फायदा
राष्ट्रीय खेल महासंघों (NSF) के लिए भी मोदी सरकार ने पिछले साल 15 करोड़ रुपये की वृद्धि की थी। यह वित्त वर्ष 2023-24 में 325 करोड़ रुपये था, जिसमें पिछले बजट में 15 करोड़ की बढ़तरी करते हुए 340 करोड़ रुपये कर दिया गया था। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बार बजट में एनएसएफ को क्या मिलता है?
भारतीय खेल प्राधिकरण को भी हुआ 26.83 करोड़ का फायदा
भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) का बजट भी पहले 795.77 करोड़ रुपये था, जिसे 2023-24 में बढ़ाकर 822.60 करोड़ रुपये कर दिया था। इसमें 26.83 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था। साई देशभर में स्टेडियमों के रखरखाव के साथ वैश्विक स्तर पर खेल प्रतियोगिताओं के लिए प्लेयर्स को तैयार करता है।