मौके से मिले महत्वपूर्ण सुबूत
गिरफ्तार आरोपियों के पास से मोबाइल फोन, ट्रांज़ैक्शन की रसीद, और इस्तेमाल की गई व्हाट्सएप चैट्स जैसे डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं। इस सामग्री की मदद से पॉंच टीमों ने कड़ी जांच शुरू कर दी है।
जांच अब और गहराई से होगी
CID अब पूरे नेटवर्क की छानबीन कर रहा है-वह यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि विदेशों में भेजे गए अंग कहां गए और अपराधी किस तरह का लिंक इस्तेमाल कर रहे थे।
गिरफ्तारी से सवाल उठ रहे हैं
इस गिरफ्तारी से सवाल खड़े हो गए हैं कि क्या राज्य में सुरक्षा और सरकारी निगरानी में दसियों लोग बड़े पैमाने पर यहाँ तक अंग तस्करी करने में सफल रहे? अब देखना है CID कब तक पूरे नेटवर्क का खुलासा करता है।
मानव अंग तस्करी का मामला फिर गंभीर
तेलंगाना में मानव अंग तस्करी का मामला एक बार फिर गंभीर चिंता का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे हैं -“क्या मानवता से बड़ा कोई अपराध नहीं है?”। कई यूज़र्स ने पुलिस से मांग की है कि इस नेटवर्क की जड़ तक पहुँचा जाए।
अंतरराष्ट्रीय रैकेट की कड़ियां खंगाल रही सीआईडी
तेलंगाना CID अब अंतरराष्ट्रीय रैकेट की कड़ियों को खंगाल रहा है। सूत्रों के अनुसार जांचकर्ता अब दुबई, नेपाल और बांग्लादेश जैसे देशों के नेटवर्क से लिंक तलाश रहे हैं। जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
कुछ युवाओं आज भी मेडिकल इमरजेंसी का सामना कर रहे
बहरहाल इस तस्करी कांड में पीड़ितों में अधिकतर गरीब और बेरोज़गार युवा शामिल थे, जिन्हें बेहतर जीवन और पैसे का झांसा देकर शिकार बनाया गया। NGO सूत्रों ने बताया कि इनमें से कुछ युवाओं को आज भी मेडिकल इमरजेंसी का सामना करना पड़ रहा है।