कट्टरपंथी बनाने और ब्रेनवॉश करने के आरोप की गहन जांच होनी चाहिए
इसी बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को गौरव गोगोई और उनकी पत्नी एलिजाबेथ को पाकिस्तान के प्रतिष्ठान से जोड़ने वाली रिपोर्ट्स पर टिप्पणी दी। उन्होंने कहा कि इस मामले में गंभीर सवाल उठते हैं, जिन्हें बिना जवाब दिए नहीं छोड़ा जा सकता। मुख्यमंत्री सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर गोगोई की पत्नी पर लगे कुछ आरोपों का जिक्र किया। कहा कि पाकिस्तान दूतावास में भारतीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और ब्रेनवॉश करने के आरोप की गहन जांच होनी चाहिए। गंभीर चिंता का विषय, जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता
हिमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर लिखा, आईएसआई से संबंध, युवा व्यक्तियों को ब्रेनवॉश करने और कट्टरपंथी बनाने के लिए पाकिस्तान दूतावास में ले जाने और पिछले 12 वर्षों से भारतीय नागरिकता लेने से इनकार करने के आरोपों के बारे में गंभीर सवालों के जवाब दिए जाने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त, धर्मांतरण कार्टेल में भागीदारी और राष्ट्रीय सुरक्षा को अस्थिर करने के लिए जॉर्ज सोरोस सहित बाहरी स्रोतों से धन प्राप्त करना गंभीर चिंता का विषय है जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता है। उन्होंने आगे लिखा, किसी बिंदु पर, जवाबदेही आवश्यक होगी। केवल जिम्मेदारी से बचना या दूसरों पर ध्यान केंद्रित करने का प्रयास करना आसान बचने का रास्ता नहीं होगा। राष्ट्र पारदर्शिता और सच्चाई का हकदार है।
कांग्रेसी नेता की पत्नी का पाकिस्तानी कनेक्शन
सीएम सरमा की यह टिप्पणी उस समय आई है जब हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में गौरव गोगोई और उनकी पत्नी के पाकिस्तानी प्रतिष्ठान से संभावित संबंधों और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने की गतिविधियों के बारे में चिंता जताई गई थी। इन रिपोर्ट्स ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है और अब सीएम सरमा ने इस मामले को गंभीर बताते हुए जांच की आवश्यकता पर जोर दिया है।