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Tirupati Laddoo Row: ब्लैक लिस्टेड डेयरियों ने ऐसे किया घी का सौदा, 14 पन्नों की रिपोर्ट में हुआ नया खुलासा

Tirupati Laddoo Row: तिरुपति लड्डू विवाद मामले में CBI ने भोले बाबा डेयरी और वैष्णवी डेयरी के निदेशक पोमिल जय और विपिन जैन, वैष्णवी डेयरी के CEO अपूर्व चावड़ा और AR डेयरी के प्रबंध निदेशक आर राजशेखरन को गिरफ्तार किया है।

भारतFeb 11, 2025 / 02:57 pm

Akash Sharma

Tirupati Balaji Temple

Tirupati Balaji Temple

Tirupati Laddoo Row: विश्व प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू प्रसाद बनाने के लिए प्रयुक्त घी में पशु वसा होने का दावा पिछले वर्ष सुर्खियों में रहा। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा और इसके बाद धार्मिक तथा राजनीतिक विवाद पैदा हो गया। तिरुपति मंदिर के लड्डू (प्रसाद) विवाद में गिरफ्तार किए गए चार लोगों पर आरोप है कि उनकी ओर से आपूर्ति किए गए घी में पशु वसा थी। पुलिस ने रिमांड रिपोर्ट में कहा है कि उन्होंने मिलावटी उत्पादों की आपूर्ति के लिए ब्लैक लिस्ट में शामिल कंपनियों से घी (Ghee) बेचने की साजिश रची। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, 14 पृष्ठों की रिपोर्ट में तिरुपति पुलिस ने कहा कि अब तक की जांच से पता चलता है कि इन चार लोगों ने प्रॉक्सी कंपनियां खोलने करने की साजिश रची और अवैध रूप से टेंडर जीतने के लिए खाद्य सुरक्षा मानकों और यहां तक ​​कि वास्तविक उत्पादन प्रक्रिया के बारे में साक्ष्य देने वाले झूठे डॉक्यूमेंट्स भी उपलब्ध कराए।

इन चार लोगों को CBI ने किया गिरफ्तार

धोखाधड़ी में शामिल ये चार लोग भोले बाबा डेयरी और वैष्णवी डेयरी के निदेशक पोमिल जय और विपिन जैन, वैष्णवी डेयरी के CEO अपूर्व चावड़ा और AR डेयरी के प्रबंध निदेशक आर राजशेखरन हैं। इन चारों को इस मामले की जांच कर रही CBI की स्पेशल SIT टीम ने गिरफ्तार किया है।

SIT ने किया यह खुलासा

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, ‘धर्म और राजनीति को आपस में मिलने की अनुमति नहीं दी जा सकती, लेकिन संघीय एजेंसी को आदेश दिया कि वह आंध्र प्रदेश पुलिस और केंद्र सरकार की ओर से संचालित भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी की मदद से इन आरोपों की पूरी तरह से जांच करे।’ रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा ही एक उदाहरण AR डेयरी का है, जिसने दावा किया है कि वह निविदा के अनुसार तिरुपति से 1,500 किलोमीटर के भीतर डेयरियों से प्रतिदिन कम से कम छह टन गाय के दूध की वसा की आपूर्ति करने में सक्षम है। हालांकि, SIT ने इस दावे को झूठा पाया। और कहा कि एआर डेयरी ने दूसरों के साथ मिलीभगत और साजिश करके झूठे और मनगढ़ंत दस्तावेज प्रस्तुत किए थे। ताकि पिछले वर्षों के मक्खन, घी और दूध उत्पादन के आंकड़ों में बदलाव करके दिखाया जा सके कि वे भविष्य के लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं।

घी की कीमतों में भी किया हेरफेर

SIT ने दावा किया, “FSSAI की रिपोर्ट 2022/23 के अनुसार, एआर डेयरी के लिए प्रति वर्ष गाय के दूध से वसा की वास्तविक खरीद 945.6 मीट्रिक टन या एमटी मक्खन और 56.80 मीट्रिक टन घी की थी। हालांकि, निविदा के साथ प्रस्तुत एफएसएसएआई की रिपोर्ट में बदलाव करके… घी के लिए 196.80 मीट्रिक टन का आंकड़ा दिया गया…” SIT ने यह भी दावा किया कि घी की कीमतों में भी हेरफेर किया गया था।

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