कैसे करें स्किप?
> राजस्थान पुलिस की सब-इंस्पेक्टर आरती सिंह तंवर ने अपने इंस्टाग्राम पर इस ट्रिक को शेयर किया है। इसका तरीका बेहद आसान है। > जब आप किसी को कॉल करें और साइबर क्राइम अवेयरनेस ट्यून शुरू हो, तो अपने फोन का कीपैड या डायल पैड खोलें। > कीपैड पर 1 नंबर दबाएं। > ऐसा करते ही कॉलर ट्यून तुरंत स्किप हो जाएगी और आपकी कॉल रिंग करने लगेगी। यह ट्रिक खासतौर पर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो बार-बार कॉल करते हैं या इमरजेंसी में तुरंत बात करना चाहते हैं। टेस्टिंग के दौरान यह तरीका iPhone पर पूरी तरह काम करता पाया गया, लेकिन कुछ एंड्रॉयड फोन्स पर यह फीचर काम न करे, क्योंकि यह टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर पर निर्भर करता है।
क्यों शुरू हुई यह कॉलर ट्यून?
केंद्र सरकार की नोडल एजेंसी इंडियन साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने दूरसंचार विभाग को निर्देश दिया था कि टेलीकॉम कंपनियां साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कॉलर ट्यून और प्री-कॉल मैसेज लागू करें। यह अभियान तीन महीने तक चलेगा और विभिन्न संदेशों के जरिए लोगों को साइबर फ्रॉड से बचने के उपाय बताए जाएंगे। RBI की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में साइबर अपराध के 8,703 मामले दर्ज किए गए, जिनसे 1,85,468 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
क्या इसे हमेशा के लिए बंद किया जा सकता है?
फिलहाल, इस कॉलर ट्यून को स्थायी रूप से बंद करने का कोई विकल्प नहीं है, क्योंकि यह सरकार की जागरूकता पहल का हिस्सा है। हालांकि, कॉल के दौरान इसे मैन्युअली स्किप करने का तरीका समय की बचत कर सकता है।
साइबर फ्रॉड से बचने के लिए हेल्पलाइन
अगर आप साइबर फ्रॉड का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in) पर शिकायत दर्ज करें।