9 आरोपियों को किया गिरफ्तार
22 जून को खारिगुमा गांव में हुई और इस घटना की जानकारी 23 तारीख को पुलिस को दी गई। पीड़ितों की पहचान सिंगीपुर गांव के रहने वाले बबुला नायक और बुलु नायक के रूप में की गई है। आरोपियों के खिलाफ धारकोट थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने अभी तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और बाकि आरोपियों की तलाश अभी जारी है।
पहले की पैसो की मांग, नहीं देने पर किया प्रताड़ित
पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों युवक हरिऔर इलाके से दो गाय और एक बछड़ा लेकर अपने गांव जा रहे थे। इसी बीच खारिगुमा गांव में कुछ बदमाशों ने उन्हें रोक लिया और उनसे 30 हजार रुपये की मांग करने लगे। पैसे नहीं देने पर बदमाश दोनों युवकों को सैलून ले गए और उनका आधा सिर मुंडवा दिया। इसके बाद दोनों युवकों को जबरदस्ती लगभग एक किलोमिटर तक घुटनों के बल रेंगने पर मजबूर कर के उन्हें घास खिलाई और फिर नाली का पानी भी पिलाया।
राहुल गांधी ने इसे बताया संविधान का अपमान
घटना का वीडियो सामने आने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट शेयर कर इसकी कड़ी निंदा की। राहुल ने लिखा, ओडिशा में दो दलित युवकों को घुटनों पर चलने, घास खाने और गंदा पानी पीने पर मजबूर करना सिर्फ़ अमानवीय नहीं, बल्कि मनुवादी सोच की बर्बरता है। ये घटना उन लोगों के लिए आईना है जो कहते हैं कि जाति अब मुद्दा नहीं रही। उन्होंने आगे लिखा, दलितों की गरिमा को रौंदने वाली हर घटना, बाबा साहेब के संविधान पर हमला है – बराबरी, न्याय और मानवता के ख़िलाफ़ साज़िश है।
राहुल ने भाजपा को बताया इसके लिए जिम्मेदार
साथ ही राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधते हुए उनकी सरकार को ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने लिखा, भाजपा शासित राज्यों में ऐसी घटनाएं आम होती जा रही हैं क्योंकि उनकी राजनीति ही नफ़रत और ऊंच-नीच पर टिकी है। विशेषकर ओडिशा में एससी, एसटी और महिलाओं के ख़िलाफ़ अत्याचार चिंताजनक रूप से बढ़े हैं। राहुल ने मामले की तुरंत जांच कर दोषियों को सजा देने की बात भी कही। उन्होंने लिखा, दोषियों को तुरंत गिरफ़्तार कर कड़ी सज़ा दी जानी चाहिए। देश संविधान से चलेगा, मनुस्मृति से नहीं।