अपहरण करने वालों में दो तहसीलदार और पांच पटवारी शामिल बताए जा रहे हैं। पुलिस ने जावद जनपद सीईओ को सकुशल दस्तयाब कर लिया है। पुलिस द्वारा सभी आरोपियों को नागदा से नीमच पुलिस थाने लाया जा रहा है। यह पूरा मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, तहसीलदार की बहन से सगाई तोड़ने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। जिसके बाद लड़की पक्ष के लोगों ने अपहरण की साजिश रची थी।
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मामला नीमच कैंट थाने के अंतर्गत का है। सूत्रों के अनुसार, सीईओ आकाश धारवे एक महिला के साथ कुछ सालों से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। बुधवार रात को महिला अपने परिजनों के साथ सीईओ के घर पहुंची और वहां हंगामा किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला और उसके परिजनों को समझाइश देकर वहां से भेज दिया था। लड़की का भाई बेटमा में तहसीलदार है। जाति एवं समुदाय के मतभेद के कारण तहसीलदार अपनी बहन के विवाह संबंधी बातचीत के लिए जावद आया था। यहां पटवारियों व तहसीलदार ने जनपद सीइओ का अपहरण कर लिया।
तत्काल मिली सूचना पर नीमच एसपी अंकित जायसवाल ने एक्शन लिया और नीमच केंट व बघाना की संयुक्त टीम को पीछे लगा दिया। उधर उज्जैन एसपी को सूचना देकर नाकाबंदी करवा दी। जैसे ही संदिग्ध स्कॉर्पियो नागदा पहुंची घेराबंदी कर कार को रोक लिया गया। सीईओ आकाश धारवे को सुरक्षित छुड़ाकर आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया। आरोपियों में राजस्व विभाग के 5 कर्मचारी भी शामिल बताए जाते हैं। केंट टीआई पुष्पा चौहान, बघाना टीआई विजय सागरीया की टीम आरोपियों और सीईओ को लेकर नीमच पहुंची।
एसपी ने दी जानकारी
एसपी अंकित जायसवाल और कैंट थाना प्रभारी पुष्पा चौहान ने बताया कि प्रेम प्रसंग के मामले में कुछ लोगों द्वारा जावद जनपद पंचायत के सीईओ आकाश धारवे का अपहरण कर लिया गया था। तत्काल कार्रवाई करते हुए सीईओ को आरोपियों के चंगुल से छुड़ाया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है। केंद्र थाना प्रभारी पुष्पा चौहान ने बताया कि उक्त मामले में कैंट थाने पर जनपद सीईओ आकाश धारवे के भाई सुरेश धारवे ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया जा रहा है कि मामले में 5 पटवारी,1 तहसीलदार,1 तहसील दार का चालक और एक महिला भी आरोपी है।