दक्षिणी दिल्ली के संजय वन की घटना
घटना दक्षिणी दिल्ली के महरौली इलाके की है। जहां एक 18 साल की छात्रा की उसके ही प्रेमी ने बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपी ने छात्रा से ईर्ष्या के चलते वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, लड़की के परिवार का कहना है कि दोनों सिर्फ दोस्त थे और लड़का काफी समय से उसे परेशान कर रहा था। मृतका 18 साल की युवती दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (SOL) में बीकॉम प्रथम वर्ष की छात्रा थी। जबकि आरोपी भी छात्रा की ही यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (SOL) में बीकॉम प्रथम वर्ष का छात्र है। मृतक छात्रा के पिता ने बताया कि उनकी बेटी महक रविवार को एसओएल की कक्षा में जाने के लिए घर से निकली थी, लेकिन रात तक घर वापस नहीं लौटी। परिवार ने उसे ढूंढने की कोशिश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसी बीच दोपहर में आरोपी अर्शकृत सिंह के पिता का उनके पास फोन आया, उन्होंने बताया कि अर्शकृत पर किसी ने संजय वन में हमला किया है और वह अस्पताल में भर्ती है। यह सुनते ही मृतका के परिजन परेशान हो गए और उन्होंने अर्शकृत से हमले के बारे में जानकारी ली। इस दौरान आरोपी अर्शकृत ने बताया कि उनकी लड़की महक ने ही उसपर चाकू से हमला किया है।
गर्लफ्रेंड की हत्या के बाद खुद अस्पताल में भर्ती हो गया आरोपी
पुलिस के अनुसार, यह जानकारी मिलने के बाद मृतक महक के परिजन संजय वन पहुंचे। जहां उन्होंने अपनी बेटी की काफी देर तक तलाश की, लेकिन वह नहीं मिली। इसके बाद उन्होंने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस ने क्षेत्र में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू की। इसमें अर्शकृत युवती के साथ दिखा। इसके बाद आरोपी अर्शकृत सिंह को हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसने कबूल किया कि उसने लड़की को संजय वन में मिलने बुलाया और फिर सुनसान जगह पर ले जाकर चाकू से हमला किया। इसके बाद उसने गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। इतना ही नहीं, वह शव को जलाने की भी कोशिश करने लगा। पुलिस उपायुक्त अंकित चौहान ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और हत्या में इस्तेमाल चाकू भी बरामद कर लिया गया है। आरोपी ने बताया कि उसे शक था कि लड़की अन्य लड़कों से भी बात करती है, जिससे वह नाराज था और उसने हत्या की योजना बनाई थी। मामले में हत्या (भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1)) और आपराधिक साजिश (धारा 61(2)) के तहत केस दर्ज किया गया है।
पार्टी में हुई थी दोनों की जान-पहचान
लड़की के पिता ने कहा कि उनकी बेटी की आरोपी से जान-पहचान एक पार्टी में हुई थी और बाद में वह दोस्त बन गए। लेकिन जब लड़की ने उससे दूरी बनानी शुरू की, तो लड़का उसे बार-बार परेशान करने लगा। उन्होंने बताया कि आरोपी अक्सर उनके घर आकर बहस करता था और लड़की का पीछा करता था। पिता ने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी को जब पता चला कि उनकी बेटी कोरियाई भाषा की कक्षा लेती है, तो वह वहां भी पहुंच गया और उसके साथ मारपीट की। घटना वाले दिन आरोपी ने एक फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट से लड़की को मैसेज किया और उसे पार्क में बुलाया। वह सुबह से ही पार्क में उसका इंतजार कर रहा था।