मौसम विभाग की लेटेस्ट भविष्यवाणी के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में 30 मई को भी 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलने की संभावना है। इसके साथ ही कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ तूफान आने की भी बात कही गई है। मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली, गाजियाबाद, शाहदरा, नोएडा यानी गौतम बुद्धनगर, गुरुग्राम और फरीदाबाद में आंधी-तूफान बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। यहां अगले एक सप्ताह के बीच अधिकतम तापमान 37 तो न्यूनतम तापमान 27 डिग्री दर्ज किया जा सकता है।
31 मई को कैसा रहेगा मौसम का हाल?
IMD के ताजा पूर्वानुमान में 31 मई को दिल्ली-एनसीआर में आंधी-तूफान आने की बात कही गई है। इसके साथ ही कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है। बात अगर तापमान की करें तो 31 मई को दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान 28 डिग्री दर्ज किया जा सकता है। इस दौरान दिल्ली को छोड़कर पूरे एनसीआर में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इसमें गाजियाबाद, शाहदरा, गौतम बुद्धनगर, फरीदाबाद और गुरुग्राम समेत अन्य जिले शामिल हैं। एक से पांच जून तक कैसा रहेगा मौसम का हाल?
बात अगर एक से पांच जून के मौसम की करें तो IMD के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में एक जून को आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। इस दौरान तापमान में भी कोई खास गिरावट नहीं देखी जा रही है। जबकि दो जून को एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल जाएगा और आंधी-तूफान के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। हालांकि इसके लिए आईएमडी ने कोई अलर्ट जारी नहीं किया है। इसके अलावा तीन जून को दिनभर बादल छाए रहेंगे। साथ ही हल्की से मध्यम बारिश की बात कही गई है। इस दौरान तापमान में भी दो डिग्री गिरावट आने की संभावना है।
चार और पांच जून के मौसम की बात करें तो दिल्ली-एनसीआर में चार जून को बारिश की संभावना जताई गई है। जबकि पांच जून को दिनभर बादल छाए रहेंगे। इस दौरान अधिकतम तापमान 36 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री रहने की संभावना जताई गई है। इसके अलावा मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश में भी अगले पांच दिनों तक हल्की बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग का कहना है कि पांच जून तक हिमाचल प्रदेश में 30-40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ ओलावृष्टि की भी संभावना है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने पकड़ी रफ्तार
दक्षिण-पश्चिम मानसून 28 मई को महाराष्ट्र, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य भागों में आगे बढ़ चुका है। अगले 24 से 48 घंटों में इसके ओडिशा, छत्तीसगढ़, पूर्वोत्तर राज्यों, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी फैलने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिम में बना कम दबाव क्षेत्र 29 मई तक डिप्रेशन में बदल सकता है। मौसम प्रणाली में पश्चिमी विक्षोभ 5.8 किमी ऊंचाई पर एक गर्त के रूप में सक्रिय है, जो 72° पूर्व देशांतर और 30° उत्तरी अक्षांश पर स्थित है। चक्रवाती परिसंचरण दक्षिणी पंजाब, पश्चिमी राजस्थान और उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश पर है। इससे पूर्वी राजस्थान, मध्यप्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ तक एक गर्त बन गया है। पिछले 24 घंटों में कर्नाटक और ओडिशा में भारी बारिश हुई, जबकि केरल, महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात, पूर्वोत्तर भारत और छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। राजस्थान में धूलभरी आंधी और बारिश के कारण तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आई।