प्रधानमंत्री मोदी ने समृद्धि की देवी लक्ष्मी से देश के हर निर्धन और मध्यम वर्ग पर विशेष कृपा करने की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि यह उनके तीसरे कार्यकाल का पहला पूर्ण बजट सत्र है। प्रधानमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि वर्ष 2047 तक, जब भारत अपनी स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूर्ण करेगा, तब तक देश विकसित देश बनने का अपना लक्ष्य प्राप्त कर लेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि तीसरे कार्यकाल में सरकार भौगोलिक, सामाजिक या आर्थिक रूप से व्यापक विकास की दिशा में मिशन मोड में आगे बढ़ रही है। नवाचार, समावेशन और निवेश हमेशा से देश के आर्थिक रोडमैप का आधार रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि इस सत्र में कई ऐतिहासिक विधेयकों और प्रस्तावों पर विचार किया जाएगा, जिससे देश को मजबूती मिलेगी। उन्होंने महिलाओं की गरिमा को फिर से स्थापित करने, धार्मिक और सांप्रदायिक मतभेदों से मुक्त हर महिला के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर दिया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज 20-25 वर्ष की आयु के युवा, जब 45-50 वर्ष की आयु में पहुंचेंगे, तो विकसित भारत के सबसे बड़े लाभार्थी होंगे। वे नीति-निर्माण में महत्वपूर्ण पदों पर होंगे और गर्व के साथ अगली सदी में विकसित भारत का नेतृत्व करेंगे।