विधायक पर आरोप है कि उन्होंने महिला डॉक्टर को धमकी दी है। इसके साथ ही उन्होंने महिला डॉक्टर की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले शब्दों का प्रयोग किया है। महिला डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि AAP विधायक ने उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से धमकाया और अपमानजनक टिप्पणियां कीं। पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 356(2), 351(2) और 79 के तहत केस दर्ज किया है।
पहले जानिए क्या है पूरा मामला?
डोडा मेडिकल कॉलेज में बतौर एसोसिएट प्रोफेसर तैनात एक महिला डॉक्टर ने डोडा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें महिला डॉक्टर ने आरोप लगाया कि AAP विधायक मेहराज मलिक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर उन्हें धमकी दी और उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाने वाले शब्दों का इस्तेमाल किया। डॉक्टर ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक से अस्पताल की सुरक्षा को भी खतरा है। जिससे मरीजों और स्टाफ की सुरक्षा पर भी असर पड़ सकता है। पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। दूसरी ओर AAP विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक माहौल भी गरमा गया है। फिलहाल अभी तक आम आदमी पार्टी ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
कौन हैं AAP विधायक मेहराज मलिक?
जम्मू-कश्मीर की डोडा विधानसभा क्षेत्र से विधायक मेहराज मलिक को क्षेत्र का लोकप्रिय और शिक्षित नेता माना जाता है। वह जिला विकास परिषद (DDC) के सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने साल 2021 में हुए डीडीसी चुनाव में जीत दर्ज की थी। इसके बाद हाल ही में संपन्न हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में डोडा सीट से विधायक बने हैं। उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार को करीब 4500 वोटों से हराया था। साल 2022 में मेहराज मलिक ने डोडा में एक विशाल जनसभा आयोजित की थी। इसी जनसभा के बाद उनकी लोकप्रियता बढ़ी और उन्हें व्यापक जनसमर्थन मिला। उनके चुनावी हलफनामे के अनुसार उनके पास मात्र 29,000 रुपये की संपत्ति है और उनके खिलाफ पहले कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं था। यह मामला उनके राजनीतिक जीवन में पहली बार कानूनी विवाद के रूप में सामने आया है।
मेहराज मलिक ने साल 2024 के लोकसभा चुनाव में उधमपुर सीट से पर्चा भरा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के सात उम्मीदवारों में से केवल मेहराज मलिक ही जीतकर विधानसभा पहुंचे। इस जीत के बाद पार्टी ने उन्हें जम्मू-कश्मीर इकाई का प्रमुख बनाया था। मेहराज मलिक पर एफआईआर दर्ज होने के बाद अभी तक AAP नेतृत्व की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह मामला राजनीतिक रूप से काफी अहम माना जा रहा है।
दिल्ली में भी कानूनी कार्रवाई का सामना कर रही है पार्टी
जम्मू कश्मीर में AAP विधायक पर भले ही यह पहला मुकदमा दर्ज हुआ हो, लेकिन AAP के शीर्ष नेता अपने गढ़ यानी दिल्ली में पहले से ही कानूनी कार्रवाइयों का सामना कर रहे हैं। दिल्ली में AAP मुखिया अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली AAP सरकार के दौरान सबसे पहले शराब नीति चर्चा में आई थी। इसमें करोड़ों रुपये के घोटाले के मामले में ईडी और सीबीआई की जांच चल रही है। शराब घोटाले से जुड़े इस मामले में AAP के शीर्ष नेता जेल भी जा चुके हैं। इनमें अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और संजय सिंह जैसे नाम शामिल हैं।