पार्क प्रबंधन के अनुसार अभी और भी बारहसिंगा बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व लाए जाने हैं। फिलहाल 10 नए बच्चों के जन्म लेने से इनकी संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है साथ ही पार्क प्रबंधन का प्रयास भी सफल होता नजर आ रहा है। पार्क प्रबंधन 13 फरवरी 2024 को आखिरी खेप में 11 बारहसिंगा लेकर आया था। इन बारहसिंगा को मगधी परिक्षेत्र में 50 हेक्टेयर में बने बाड़े में सुरक्षित रखा गया था। यह बारहसिंगा अब पूरी तरह से यहां के वातावरण के अनुकूल ढल गए हैं। मगधी में इनके खान पान के साथ ही सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
बाड़े में पानी के पानी के लिए 4 तालाब व एक स्टाप डेम का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा भोजन के लिए घांस के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं की गई हंै, जिससे कि इन्हे इनके अनुकूल वातावरण व सुविधाएं मुहैया हो सकें। सुरक्षा की दृष्टि से बाड़ा में चारो तरफ सोलर फेंसिग लगाई है। इसके अलावा अजगर से बचाने के लिए बाड़े में फेंसिंग के निचले हिस्से में अजगर जाली भी लगाने के साथ ही इनकी निगरानी के लिए टीम लगाई गई है। वॉच टॉवर से इन पर नजर रखी जा रही है। साथ ही वरिष्ठ अधिकारी भी समय समय पर इनकी सुरक्षा व्यवस्था की मॉनीटरिंग करते हैं।
इनका कहना है
कान्हा से लाए गए बारहसिंगा ने बच्चों को जन्म दिया है, यह पूरी तरह से सुरक्षित हैं। मगधी परिक्षेत्र में बने बाड़े में इनके लिए समुचित व्यवस्था की गई है, जिससे कि वह यहां के वातावरण के अनुकूल ढ़ल सकें।
पीके वर्मा, उप संचालक बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व