मानवी कहती हैं, ‘इस फादर्स डे पर मैं अपने पिता को 100 पेड़ समर्पित कर रही हूं, जिन्होंने हमें किसी भी तूफान का सामना करने की ताकत के साथ-साथ देश, पर्यावरण और समाज के लिए कुछ लौटाने की भावना दी। मुझे खुशी है कि ये पेड़ उत्तराखंड की जैव विविधता को समृद्ध करेंगे, जहां पिछले 20 वर्षों में विभिन्न विकास कार्यों के चलते करीब 50,000 हेक्टेयर जंगल नष्ट हो चुके हैं।’
मानवी की ओर से से समर्पित पेड़ परियोजना का हिस्सा होंगे, जिसे सोशल एंटरप्राइज उत्तराखंड के बडक़ोट क्षेत्र में चला रहा है। यह क्षेत्र जल संकट, हरित आवरण में कमी और जलवायु परिवर्तन जैसी समस्याओं से जूझ रहा है। बढ़ते तापमान ने पर्यटन को प्रभावित किया है, जिससे स्थानीय लोगों की आजीविका पर असर पड़ा है। यह परियोजना स्थानीय लोगों की भागीदारी से टिकाऊ तरीके अपनाकर पर्यावरण और समुदाय दोनों के लिए लाभकारी होगी।
इस परियोजना में लगाए जाने वाले पेड़ों में शामिल हैं — बांज (Oak – Quercus leucotrichophora), देवदार (Himalayan Cedar – Cedrus deodara), रीठा ((Indian Soapberry – Sapindus mukorossi), खर्सू बांज (Kharsu Oak – Quercus semecarpifolia), बौना बांस(Chimnobabusa falcata), भीमल (Grewia optiva) और तेजपत्ता (innamomum Tamala)।)।
अब भी 82,540 पेड़ गोद लिए जा सकते हैं और कोई भी Grow-Trees.com के ज़रिए सिर्फ एक क्लिक में हरियाली का यह उपहार दे सकता है — जैसे मानवी ने किया — और किसी खास दिन या रिश्ते को यादगार बना सकता है। आज के समय में जब वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता का क्षरण चिंता का विषय बन चुका है, तब ऐसे छोटे-छोटे व्यक्तिगत प्रयास भी बड़ा बदलाव ला सकते हैं। Grow-Trees.com जैसी पहलें लोगों को न सिर्फ पेड़ लगाने का अवसर देती हैं, बल्कि यह पारदर्शी और वैज्ञानिक तरीके से पेड़ लगाने की प्रक्रिया को ट्रैक करने और उसका प्रमाण प्राप्त करने की सुविधा भी देती हैं। इससे व्यक्ति को यह संतोष होता है कि उसके द्वारा गोद लिया गया पेड़ वास्तव में ज़मीन पर लगाया गया है और वह आने वाले वर्षों में पर्यावरण के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
मानवी कहती हैं, मैं चाहती हूं कि और लोग भी देश के हरित आवरण को बचाने के लिए आगे आएं और पेड़ लगाएं, क्योंकि ये हमारे पारिस्थितिकी तंत्र की अखंडता के लिए बेहद जरूरी हैं।