यदि आप रेडी-टू-मूव प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो बेसिक होम लोन आपके लिए सबसे सरल और सुविधाजनक विकल्प है। आमतौर पर यह लोन प्रॉपर्टी के मूल्य का 75% से 85% तक फाइनेंस करता है और इसकी अवधि 30 से 32 वर्षों तक हो सकती है। पूर्वानुमानित ईएमआई संरचना के कारण यह पहली बार घर खरीदने वालों के लिए आदर्श है।
यदि आप खुद की ज़मीन पर घर बनाना चाहते हैं, तो कंस्ट्रक्शन लोन आपके सपनों को साकार कर सकता है। इस लोन की राशि निर्माण की प्रगति के अनुसार चरणों में दी जाती है और ब्याज केवल वितरित राशि पर ही लगता है। यह विकल्प विशेष रूप से स्वरोजगार वाले, एनआरआई और वेतनभोगियों के लिए अनुकूल है जो अपने अनुसार घर डिज़ाइन करना चाहते हैं।
अगर आप अपने घर में विस्तार, रिनोवेशन या इंटीरियर अपग्रेड करना चाहते हैं, तो यह लोन एक उपयुक्त विकल्प है। कमरे बढ़ाना, नया फ्लोर बनवाना या सजावट में बदलाव करना अब अपनी जमा पूंजी खर्च किए बिना संभव है। यह योजना खासतौर पर महानगरों में लोकप्रिय है, जहां जगह सीमित होती है।
मौजूदा होम लोन वाले उधारकर्ता यदि कम ब्याज दर या सुविधाजनक पुनर्भुगतान विकल्प चाहते हैं, तो बैलेंस ट्रांसफर लोन पर विचार कर सकते हैं। हालांकि यह कदम ईएमआई बोझ को कम कर सकता है, लेकिन बैलेंस ट्रांसफर से पहले ट्रांसफर शुल्क और अन्य शर्तों का विश्लेषण करना आवश्यक है।
पहली बार के खरीदार: सरल प्रक्रिया के कारण बेसिक होम लोन
स्वरोजगार या एनआरआई: फ्लेक्सिबिलिटी के कारण कंस्ट्रक्शन लोन
मौजूदा गृहस्वामी: विस्तार या सुधार के लिए एक्सटेंशन और इम्प्रूवमेंट लोन
ब्याज दरों के प्रति सजग उधारकर्ता: बैलेंस ट्रांसफर विकल्प
आज जब दर्जनों लोनदाता प्रतिस्पर्धा में हैं, सही विकल्प चुनना आसान नहीं है। ऐसे में बजाज मार्केट्स और पैसाबाजार जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म उपयोगी साबित हो रहे हैं। ये न केवल लोन दरों की तुलना की सुविधा देते हैं, बल्कि ईएमआई कैलकुलेटर जैसे टूल्स से निर्णय लेने में पारदर्शिता भी लाते हैं। यह आपको विभिन्न ऋणदाताओं में तुलना करने की कार्यक्षमता भी प्रदान करता है।