नई दिल्ली में साउथ एशिया लीडिंग ट्रैवल एंड टूरिज्म प्रदर्शनी-2025 में बोलते हुए दुर्गेश ने कहा कि आंध्र प्रदेश सरकार ने पर्यटन को एक उद्योग घोषित किया है और अन्य उद्योगों को मिलने वाले सभी प्रोत्साहन और सब्सिडी प्रदान करेगी।
मंत्री ने आंध्र प्रदेश के अनुकूल कारोबारी माहौल और विकास के अवसरों का हवाला देते हुए राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को राज्य के क्षेत्र में अपना पैसा लगाने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने पर्यटकों को राज्य में आने के लिए भी प्रोत्साहित किया।
दुर्गेश ने कहा कि आंध्र प्रदेश अपने पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा दे रहा है, अगले पांच वर्षों में 25,000 करोड़ रुपये के निवेश को आकर्षित करने की योजना है। राज्य का लक्ष्य एक व्यापक पर्यटन बुनियादी ढांचा विकसित करना है, जो टिकाऊ और व्यापक पर्यटन, आर्थिक विकास, रोजगार के अवसरों और सांस्कृतिक संरक्षण पर ध्यान केंद्रित करता है। उन्होंने निवेशकों को इसका हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया।
उन्होंने निवेशकों को आश्वासन दिया कि सरकार उन्हें सभी आवश्यक सहायता और प्रोत्साहन प्रदान करेगी। उन्होंने 2024-29 के लिए एपी की पर्यटन नीति का हवाला दिया, जिसका उद्देश्य सतत पर्यटन को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि हम पर्यटन सर्किट, एंकर हब और विषयगत दृष्टिकोण विकसित करेंगे, साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के बुनियादी ढांचे का निर्माण भी करेंगे।
मंत्री ने निवेशकों, टूर ऑपरेटरों, यात्रियों और उत्साही लोगों को राज्य के पर्यटन क्षेत्र में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उनके निवेश को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगी। एपी मंदिर, साहसिक, पर्यावरण, कल्याण, विरासत, धार्मिक, कृषि, चिकित्सा, क्रूज, समुद्र तट, तटीय, सीप्लेन, ग्रामीण और फिल्म पर्यटन सहित विभिन्न पर्यटन क्षेत्रों का विकास कर रहा है। हम पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एंकर हब स्थापित करते हुए हब-एंड-स्पोक दृष्टिकोण भी अपना रहे हैं।
दुर्गेश ने कहा कि पर्यटकों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारा लक्ष्य सतत विकास पर ध्यान केंद्रित करते हुए पर्यटन विकास, आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को बढ़ावा देना है।