कॉन्ट्रैक्ट में यह तक लिखा गया कि जब तक सरपंच पद पर कैलाशीबाई बनी रहेंगी, तब तक पंचायत के सभी कार्य सुरेश करेंगे। मामला सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो प्रशासन हरकत में आया और सरपंच को पद से हटाने का नोटिस जारी कर दिया गया।
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ग्राम पंचायत दांता में 24 जनवरी 2025 को सरपंच कैलाशीबाई और सुरेश के बीच एक कॉन्ट्रैक्ट पत्र लिखा गया। इसमें स्पष्ट रूप से पंचायत से जुड़े तमाम कार्यों जैसे मनरेगा (MNREGA), प्रधानमंत्री आवास योजना, वाटरशेड प्रोजेक्ट आदि की जिम्मेदारी सुरेश को दी गई। इसमें यह भी तय किया गया कि जहां भी हस्ताक्षर की जरूरत होगी, सरपंच सिर्फ सुरेश की सहमति से ही साइन करेंगी। कॉन्ट्रैक्ट पर सद्दाराम और मन्नालाल नाम के दो गवाह के दस्तखत भी हैं।
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