थाना प्रभारी भारत सिंह ने बताया की चिरपटिया निवासी नरपत पुत्र घीसाराम बावरी जो तालाब के पास पशु चरा रहा था। इस दौरान उसका पैर फिसल गया और वह तालाब में डूबने लगा। तभी उसी रास्ते से जा रहे राजकियावास खुर्द निवासी कुनाराम जाट ने नरपत को तालाब में डूबता देख उसे बचाने तालाब में कूद गया। तैरते हुए वह नरपत के पास पहुंचा तब तक पानी गहरा होने से दोनों तालाब में डूब गए, जिससे दोनों की मौत हो गई।
सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने उन्हें ढूंढने का प्रयास शुरू किया। गहरे गड्ढे में फंसने से दोनों के शवों को ढूंढने के लिए ग्रामीणों सहित स्थानीय गोताखोरों ने काफी मशक्कत की। उपखंड अधिकारी महावीर सिंह जोधा, तहसीलदार दीपक सांखला सहित पुलिस मौके पर पहुंची। तब तक दोनों शवों को तालाब से बाहर निकाल दिया था। दोनों शव मारवाड़ जंक्शन मोर्चरी में रखवाया। इस दौरान आरआई अमर सिंह, भगवान सिंह डूंगरोत, मदन सिंह सहित ग्रामीण उपस्थित थे।