जिला प्रशासन व महिला अधिकारिता विभाग की ओर से मेले में हाट में लाख की चूडि़यां, मोजड़ी, पेपरमेशी, आर्टिफिशियल लोवर्स, टोराकोटा, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, वस्त्र उत्पाद जैसे कशीदाकारी, चिकन जरी, पेचवर्क, कांच जड़ाई, वुडन क्राट, मार्बल की कलात्मक वस्तुएं आदि की स्टॉल्स सजी। जिन पर शहरवासियों के साथ ग्रामीणों ने खरीदारी की।
इन उत्पादों ने किया आकर्षित
हाट में कई उत्पादों की स्टॉल पर महिलाओं की भीड़ रही। वहां बंधेज, लहरिया, मोठड़ा, कोटाडोरिया की साड़ियां, सलवार शूट, रोहट/सालावास की दरियां व चद्दरें, बाडमेर की अजरख प्रिन्ट चद्दरें, गुजराती सामान, देवी-देवताओं की पोशाकें, रेडिमेड कपडे, सोजत की मेंहदी, खाद्य उत्पादों में अथाना की मिर्ची, मुरब्बा, मसाले, पापड़, मंगोड़ी, सूखी सब्जियां आदि आकर्षण का केन्द्र रहे।
मेले में कर सकते है मुफ्त खरीदारी
हाट में ग्राहकों की ओर से न्यूनतम 500 रुपए मूल्य की खरीदारी पर कूपन जारी होंगे। जिनकी लॉटरी निकाली जाएगी। इसमें तीन विजेता ग्राहकों को 500-500 रुपए के सामग्री की खरीदारी विभाग के स्तर पर नि:शुल्क करवाई जाएगी। हाट में पहले ही दिन कई ग्राहकों को कूपन दिए। हाट में खरीदारी के बाद कई शहरवासी दूसरे दिन फिर आने का मानस बनाकर लौटे।
बालिकाओं ने दी प्रस्तुति
महिला अधिकारिता विभाग उपनिदेशक भागीरथ चौधरी ने बताया कि सात दिवसीय हाट रोजाना सुबह 10 से रात 10 बजे तक रहेगा। बालिकाओं ने गीतों की सरगत पर नृत्य कर तालियां बटोरी। मेले में महिलाओं के लिए मेहंदी लगवाने की व्यवस्था की है। हाट में रोजाना प्रतियोगिताएं, व्याख्यान, सांस्कृतिक कार्यक्रम व संगोष्ठी दोपहर 3 से शाम 5 बजे तक किया जाएगा।