वैश्यों समाज की बैठक में तेजस्वी
आरजेडी नेता तेजस्वी यादव निरंतर जातिगत आधार पर अपनी पार्टी का विस्तार करने में लगे हैं। इसको लेकर ही वे आज पटना के बापू सभागार में वैश्य प्रतिनिधि का सम्मेलन कर रहे हैं। इस सम्मेलन में पूरे बिहार से वैश्य समाज के प्रतिनिधि भाग लेंगे. तेजस्वी यादव अपने इस कार्यक्रम से वैश्य वोट बैंक को अपनी ओर आकर्षित करने का प्रयास करेंगे।
युवाओं और पिछड़े को साधेंगे
तेजस्वी यादव निरंतर सरकार पर अपराध को लेकर तंज कस रहे हैं और बेरोजगारी, पलायन और शिक्षा जैसे मुद्दों को उठा भी रहें हैं। खासकर वे अपने इस मुद्दे से युवाओं और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों को अपने साथ जोड़ने का काम कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने वोटर लिस्ट संशोधन को लेकर नीतीश सरकार पर सवाल खड़ा किए हैं? इसे गरीबों और अल्पसंख्यकों के वोटिंग अधिकारों पर हमला बताया है।
दलितों का एकमात्र नेता बनने की चाहत!
केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान दलित नेता के रूप में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। इसको लेकर ही वे नालंदा के राजगीर में आज ‘बहुजन भीम समागम’ को संबोधित करेंगे। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की ओर से इस रैली में तीन लाख से अधिक बहुजन और पार्टी कार्यकर्ताओं के आने का दावा किया गया है।
5.31% प्रतिशत वोट पर नजर
चिराग पासवान दलितों के बीच ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ का नारा दे रहे हैं। उनका यह नारा बिहार के करीब 5.31% आबादी वाले दलित समुदाय, खासकर पासवान जाति के बीच अब चर्चा बनता जा रहा है। इसके साथ ही चिराग पासवान की ओर से विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा ने बिहार में सियासी पारा को बढ़ा दिया है।
कोइरी को गोलबंद करने की तैयारी
केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा आज गया के गांधी मैदान में ‘संवैधानिक अधिकार परिसीमन सुधार महारैली’ को संबोधित करेंगे। उपेंद्र कुशवाहा बिहार के 4.21% आबादी वाले कोइरी समुदाय को टारगेट कर की जा रही है। कहा जा रहा है कि केंद्रीय मंत्री अपनी इस रैली के माध्यम से कुशवाहा समाज में अपनी ताकत दिखाने का प्रयास करेंगे। अपनी रैली में वे सामाजिक न्याय और परिसीमन सुधार जैसे मुद्दों को उठाकर अपने समुदाय को एकजुट करने की कोशिश करेंगे।