पहले वेटिंग लिस्ट की कोई सीमा नहीं थी
पहले वेटिंग लिस्ट की कोई सीमा नहीं थी, खासकर त्योहारों या छुट्टियों के समय यह लिस्ट 400 तक भी पहुंच जाती थी। इससे ट्रेन के आरक्षित कोचों में भारी भीड़ हो जाती थी और जिन यात्रियों के टिकट कंफर्म होते थे, उन्हें भी काफी परेशानी झेलनी पड़ती थी।
दिव्यांग और विदेशी पर्यटकों के लिए सीटें आरक्षित
अब नए नियम के तहत अगर किसी कोच में 200 सीटें हैं, तो सिर्फ 50 वेटिंग टिकट ही जारी किए जाएंगे। यह नियम सभी क्लास पर लागू होगा, हालांकि वरिष्ठ नागरिकों, महिलाओं, दिव्यांग और विदेशी पर्यटकों के लिए आरक्षित सीटें इसमें शामिल नहीं होंगी। रेलवे का कहना है कि इससे यात्रियों को सुविधा मिलेगी और ट्रेनों में अनावश्यक भीड़ पर भी नियंत्रण रहेगा। रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। हालांकि, इस बदलाव के बाद कई ट्रेनों में टिकट बुकिंग के समय सीधे “रिग्रेट” यानी टिकट न मिलने की स्थिति भी देखने को मिल रही है।