श्राप और समुद्र मंथन की कथा का साक्षी, प्रयागराज के झूंसी में है महर्षि दुर्वासा का ये आश्रम
प्रधानाचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा ने कहा, “एचआईवी रोगी अक्सर समाज की नजरों में छिपे रहते हैं। लेकिन उनके लिए समय पर और सटीक इलाज जीवन को फिर से संजीवनी देने जैसा है। यह मशीन हमें न केवल तकनीकी रूप से सक्षम बनाती है बल्कि हमें इन रोगियों के करीब लाकर उनकी जिंदगी को बेहतर बनाने में मदद करती है।”