जेल अधीक्षक योगेश सिंह क्षत्री ने बताया कि जेल में कैदियों को शिक्षित करने के लिए अनेक पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इस समय विभिन्न पाठ्यक्रमों में कुल 291 बंदी अध्ययनरत हैं। इस साल आयोजित संस्कृत विद्यामण्डलम् रायपुर के अंतर्गत कक्षा प्रथम भाग एक से कक्षा उत्तर मध्यमा द्वितीय वर्ष बारहवीं तक ज्योतिष, आयुर्वेद पुराणेतिहासम् पौरोहित्यम् कर्मकाण्ड विषयों की पढ़ाई कराई गई। भारत साक्षरता मिशन उल्लास के तहत मार्च 2025 में 22 बंदियों ने राष्ट्रव्यापी बुनियादी साक्षरता महापरीक्षा उत्तीर्ण की।
इसी तरह कक्षा पहली में 13 विद्यार्थी, कक्षा दूसरी 8 विद्यार्थी, कक्षा तीसरी 8, कक्षा चौथी 5, कक्षा पांचवीं 2 , संस्कृत विद्यामण्डलम् से कक्षा छठवीं 11 में, कक्षा सातवीं 12, कक्षा आठवीं 10, कक्षा नववीं 2, कक्षा दसवीं 1, कक्षा बारहवीं में 8, राज्य ओपन स्कूल में कक्षा दसवीं 24 और कक्षा बारहवीं में 14 बंदी उत्तीर्ण हुए। इसी तरह रविवि की परीक्षा 2025 में बीए भाग एक प्रथम सेमेस्टर में 21, बीए भाग तीन में 1 , बीकॉम भाग तीन में 1, एमए पूर्व समाजशास्त्र में 2 और एमए अंतिम अर्थशास्त्र में 2 कैदी उत्तीर्ण हुए। अन्य कक्षाओं के परीक्षा का परिणाम आना शेष है।
बता दें कि जेल में अध्ययनरत कैदियों को परीक्षा देने बाहर न जाना पड़े, इसलिए चार शैक्षिक संस्थानों ने रायपुर सेंट्रल जेल में स्थायी परीक्षा सेंटर बनाया है। राज्य ओपन स्कूल, एनआईओएस., छत्तीसगढ़ संस्कृत विद्यामण्डलम्, रविवि रायपुर व इग्नू द्वारा मान्यता मिली है।