इसके बाद वित्त मंत्री ओ.पी. चौधरी ने सदन में अवैध प्लाटिंग की रजिस्ट्री रोकने के लिए नियम बनाने की घोषणा की। इससे पहले विधायक शर्मा ने कहा, उनके क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग की कई शिकायतें मिल रही है। अवैध प्लाटिंग बिना ग्राम, नगर निवेश विभाग और रेरा की अनुमति के हो रही है। इसके कारण स्थानीय लोगों को बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए भटकना पड़ रहा है।
इस पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने बताया कि कुल 47 व्यक्तियों व फर्म के विरुद्ध अवैध प्लाटिंग की शिकायतें प्राप्त हुई है। उक्त शिकायतों के विरुद्ध न्यायालय में 19 प्रकरण पंजीबद्ध कर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। काफी देर तक चली चर्चा के बाद राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने शिकायतों की जांच करने की बात कहीं।
सभा में जमकर हुआ हंगामा
इससे पहले भी
सदन में जमकर नारेबाजी हुई। सुकमा में नियम विरुद्ध पुल-पुलिया निर्माण को लेकर कांग्रेस ने नारेबाजी की और बिना टेंडर, अनुमति कार्य होने पर कार्रवाई की मांग की। जिसको लेकर मंत्री अरुण साव ने जवाब दिया। लेकिन विपक्ष इससे संतुष्ट नहीं हुआ और नारेबाजी शुरू कर दी। यहां तक की कांग्रेस ने उन्हें भ्रष्ट कह दिया, जिसके बाद सत्तापक्ष ने विपक्ष के खिलाफ नारेबाजी की। जिसके बाद आसंदी ने मंत्री को भ्रष्ट कहे जाने वाले शब्दों को विलोपित कर दिया।
अवैध कब्जा हटाकर एक माह में जानकारी दें: रमन सिंह
स्पीकर रमन सिंह कहा कि यह गंभीर समस्या है। विधानसभा कॉलोनी से लगी शासकीय भूमि पर भी अतिक्रमण है। मंत्री जी एक माह के भीतर इस पूरे मामले में कार्रवाई कर सूचित करें।