दरअसल, महापौर और अध्यक्ष पद के दावेदारों को कांग्रेस-भाजपा की सूची जारी होने का इंतजार है। फिलहाल भाजपा ने शनिवार को सूची जारी करने की शुरुआत कर दी है। वहीं, कांग्रेस में चुनाव के मद्देनजर बैठक हुई है, लेकिन चुनावी रणनीति पर ही चर्चा हुई।
अब रविवार को कांग्रेस प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट
रायपुर आ रहे हैं। उनकी मौजूदगी में प्रदेश चुनाव समिति की बैठक होगी। इसके बाद ही कांग्रेस प्रत्याशियों की घोषणा होने की उम्मीद है। अब 26 जनवरी के बाद नामांकन के काम में तेजी आएगी। एकाएक भीड़ होने से नामांकन कार्य से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
CG Election 2025: नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बड़ा असर
महापौर और अध्यक्ष पद के लिए जिन जिलों में कोई भी नामांकन नहीं आया है, उनमें कई बड़े जिले भी शामिल हैं। इसके अलावा नक्सल प्रभावित जिलों में भी इसका असर दिखाई दे रहा है। आयोग की जानकारी के मुताबिक बिलासपुर, मुंगेली, रायगढ़, सूरजपुर, कोरिया, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर, गरियाबंद, मोहला- मानपुर-अंबागढ़ चौकी, कोंडागांव, बस्तर, नारायणपुर, कांकेर, सुकमा और बीजापुर जिला में महापौर व अध्यक्ष के लिए एक भी नामांकन जमा नहीं हुआ है। 3201 वार्ड, नामांकन सिर्फ 693 में
प्रदेश के कुल 3201 नगरीय निकायों में पार्षद के चुनाव होने है। यहां के पार्षद पद के दावेदारों को भी प्रत्याशी घोषित होने का इंतजार है। यही वजह है कि दावेदार पार्षद पद के नामांकन के लिए भी रुचि नहीं दिखा रहे हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के मुताबिक 25 जनवरी तक प्रदेश के 33 जिलों में पार्षद पद के लिए मात्र 693 नामांकन ही जमा हुए हैं। इसमें भी पांच जिले ऐसे हैं, जिसमें किसी ने भी पार्षद पद के लिए नामांकन जमा नहीं किए हैं। बता दें कि प्रदेश के 10 नगर निगम के 542 वार्ड, 49 नगर पालिका परिषद के 949 वार्ड और 114 नगर पंचायत के 1710 वार्ड में चुनाव होने हैं।
28 तक का समय
राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी कार्यक्रम के मुताबिक महापौर, अध्यक्ष और पार्षद के दावेदार 28 जनवरी तक अपना नामांकन जमा कर सकते हैं। इसके बाद 29 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी। नाम वापसी के लिए 31 जनवरी तक का समय होगा। नगरीय निकाय चुनाव के लिए प्रदेश में 11 फरवरी को मतदान और 15 फरवरी को परिणामों की घोषणा की जाएगी।