एक बार भट्टी खुलने के दुष्परिणाम हम लोग भुगत चुके हैं। अब हम पुन: अपने गांव में भट्टी खुलने नहीं देंगे। शराब भट्टी खुलने से हमारे गांव का न सिर्फ़ सामाजिक वातावरण ख़राब होगा बल्कि हमारे बच्चों का भविष्य ख़राब होगा।
CG Liquor Shop: महिलाओं ने एक स्वर में कहा…
ग्रामीणों ने कहा कि हमारे गांव में कॉलेज खोलने की वर्षों की मांग को शासन ने अनसुनी कर दी, लेकिन बिना मांगे जबरन भट्टी खोली जा रही है। क्या शासन प्रशासन को सिर्फ राजस्व की चिंता है, शिक्षा, स्वास्थ और रोज़गार की नहीं । मशाल रैली के बाद आयोजित सभा में उपस्थित सैकड़ो ग्रामीणों ने निर्णय लिया कि जब तक शासन दोंदे खुर्द में
शराब भट्टी को हटाने का निर्णय नहीं लेगी तब तक हमारा आंदोलन जारी रहेगा और इसी कड़ी में आगामी रविवार को विशाल धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसमे आसपास के गांव के भी हजारों ग्रामीण शामिल होंगे।
शराब भट्ठी खुलने नहीं देंगे
बुधवार के इस आंदोलन में पूर्व जनपद अध्यक्ष धरसीवा उत्तरा कमल भारती, ऋचा वर्मा, दीप शिखा वर्मा, दीपा साहू, जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष उधोराम वर्मा, कांग्रेस जनपद सदस्य भगत बंजारे, पंच सुरुचि कश्यप, पूर्व सरपंच अम्मी रेड्डी, पूर्व उप सरपंच सूरज टंडन, कमल भारती जिला महामंत्री
कांग्रेस, लालू थवाइट, गंगा धर, सतनामी समाज अध्यक्ष अलेन सोनवानी, पंच गणेश यादव, पंच चेतराम पटेल, पंच सूर्यप्रताप बंजारे, मनीष वर्मा, पंच देवकुमार, पंच प्रेमिन यादव, पेंड्रावन जलाशय बचाओ किसान संघर्ष समिति के सचिव घनश्याम वर्मा, और छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन से आलोक शुक्ला सहित विभिन्न सामाजिक संगठनो के पदाधिकारी शामिल हुए।